25 फरवरी को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही फिल्म 'गंगूबाई काठियावाड़ी' (Gangubai Kathiawadi) में गंगूबाई के कथित तौर पर गलत चित्रण को लेकर गंगूबाई की नातिन भारती ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत की. 62 साल की नातिन भारती ने कहा कि फिल्म में एक वेश्या/सेक्स वर्कर के तौर पर गंगूबाई का चित्रण पूरी तरह से गलत है जिसे लेकर उनके पूरे परिवार को गहरी आपत्ति है.


भारती ने गुजरात के काठियावाड़ से मुंबई आने के गंगूबाई के सफर, रमणीक लाल द्वारा 500 रुपये में उन्हें बेचकर वेश्या व्यवसाय में जाने के लिए मजबूर किये जाने से लेकर तमाम बातों पर आपत्ति जताई है. भारती ने कहा कि वे जानना चाहती है कि आखिर संजय लील  भंसाली ने किनसे जानकारी लेकर गंगू'मां' को 'गंगूबाई' बनाकर उनके सम्मान के साथ खिलवाड़ किया है? 


भारती ने कहा कि उनकी नानी एक इज़्जतदार शख्स थीं और उन्होंने कमाठीपुरा की लड़कियों, महिलाओं के उत्थान से लेकर अन्य तरह के कई सामाजिक कार्य किए थे और इस तरह से सामज में उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई थी, मगर फिल्म में उन्हें एक सेक्स वर्कर के तौर पर प्रस्तुत कर उनकी अस्मिता के साथ खिलवाड़‌ किया गया है.






उन्होंने संजय लीला भंसाली पर फिल्म बनाने से पहले किसी भी तरह से संपर्क नहीं किये जाने और इसके लिए इजाजत नहीं देने का इल्जाम भी लगाया. गंगूबाई की नातिन भारती ने दावा किया कि उन्हें 2011 में आई हुसैन जैदी की किताब के बारे में भी कोई जानकारी नहीं थी और डेढ साल पहले फिल्म के टीजर आने के बाद उन्हें इसके बारे में पहली बार पता चला. फिल्म की तरह ही किताब में भी अपनी नानी के चित्रण को लेकर भारती ने कड़ी आपत्ति जताई.


भारती ने कहा कि गंगूबाई को वेश्या ठहराये जाने के बाद उनके परिवारवालों के लिए मुसीबत खड़ी हो गई है, वो लोगों को मुंह दिखाने लायक नहीं रहें हैं और इससे उनके परिवार की प्रतिष्ठा को गहरा आघात लगा है.

कौन है 'गंगूबाई काठियावाड़ी' के शांतनु महेश्वरी? फिल्म में आलिया भट्ट के साथ इश्क लड़ाते दिखेंगे