'गुलाबो सिताबो' विवाद: जानिए पुलिस शिकायत में फिल्म पर क्या कुछ चुराने का लगा है इल्जाम
एबीपी न्यूज़ के पास अकीरा अग्रवाल द्वारा पुलिस में दर्ज कराई गयी शिकायत की एक प्रति मौजूद है जिसमें '16 मोहनदास लेन' और 'गुलाबो सिताबो' की कहानियों में कई समानताओं का जिक्र किया गया है.
मुम्बई: ओटीटी प्लेटफॉर्म पर सीधे रिलीज होने से चंद दिनों पहले अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना स्टारर फिल्म 'गुलाबो सिताबो' पर किसी और की कहानी चुराने के इल्जाम से बॉलीवुड में दूसरों की कहानियों के चुराने को लेकर एक बार फिर से बहस छिड़ गयी है. दिवंगत लेखक राजीव अग्रवाल के बेटे अकीरा अग्रवाल ने 'गुलाबो सिताबो' के ट्रेलर के आधार पर मुम्बई के जुहू पुलिस स्टेशन में फिल्म की कहानीकार जूही चतुर्वेदी और फिल्म के मेकर्स पर कॉपीराइट उल्लंघन का मामला दर्ज कराया है.
अकीरा ने अपनी इस शिकायत में अपने दिवगंत पिता राजीव अग्रवाल द्वारा लिखी गयी स्क्रिप्ट का नाम '16 मोहनदास लेन' बताया है और उसी स्क्रिप्ट हूबहू 'गुलाबो सिताबो' के तौर पर उतारने का इल्जाम लगाया है.
आइए जानते हैं कि पुलिस में दर्ज कराई गयी शिकायत में 'गुलाबो सिताबो' की कहानी से किस तरह की समानताओं की बात अकीरा ने कही है.
फिल्म की कहानी में कई तरह की समानताओं का आरोप
- '16 मोहनदास लेन' की कहानी उत्तर भारत में दिल्ली के पास स्थित एक गांव 'रामपुरा' पर आधारित हैं, जबकि 'गुलाबो सिताबो' की कहानी भी उत्तर भारत में सेट की गयी है और फिल्म के कुछ हिस्सों में दिल्ली और जामा मस्जिद को दिखाया गया है.
- '16 मोहनदास लेन' की संक्षिप्त कहानी के मुताबिक, फिल्म का मुख्य किरदार आय का पर्याप्त स्त्रोत नहीं होने के वलते अपनी बड़ी-सी हवेली की देखरेख करने में खु्द को असमर्थ पाता है. लेकिन फिर भी वह किसी भी कीमत पर अपनी हवेली को अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहता है. उसे अपने किरायेदारों से पर्याप्त किराया भी नहीं मिलता है. ट्रेलर से पता चलता है कि 'गुलाबो सिताबो' में हवेली के मालिक का किरदार निभा रहे अमिताभ बच्चन भी अपनी हवेली का रखरखाव करने में समर्थ नहीं है और यह हवेली भी उत्तर भारत में दिल्ली के करीब किसी जगह स्थित है. इस फिल्म में भी दिखाया गया है कि किरायेदार आयुष्मान खुराना हवेली के मालिक को किराये/पैसे को लेकर उन्हें परेशान करता है.
- '16 मोहनदास लेन' में हवेली के मालिक बने मनोज को पैसे की सख्त जरूरत है और ऐसे में वह अपनी हवेली ऊंचे दाम में भारतीय पुरातत्व विभाग (एएसआई) को बेचने की कोशिश करता है. 'गुलाबो सिताबो' में भी दिखाया गया है कि अमिताभ बच्चन भी अपनी पुरानी हवेली के रखरखाव को लेकर काफी परेशान हैं और एक गलत सुझाव के चलते उनकी हवेली का मामला भी भारतीय पुरातत्व विभाग के पास पहुंच जाता है.
फिल्म के किरदारों में भी कई तरह की समानाताओं का आरोप
- '16 मोहनदास लेन' की कहानी में पुरानी और खस्ताहाल हवेली के मालिक का किरदार मौजूद है, जिसका नाम मनोज है. 'गुलाबो सिताबो' में भी हवेली के मालिक को दिखाया गया है, जिसका किरदार अमिताभ बच्चन ने निभाया है.
- '16 मोहनदास लेन' में हवेली के गरीब किरायेदारों - नेहा और उसके दादाजी को दिखाया गया है, जबकि 'गुलाबो सिताबो' में ऐसे ही एक गरीब किरायेदार का रोल आयुष्मान खुराना ने निभाया है.
- फिल्म की कहानी में भारतीय पुरातत्व विभाग के अफसर के रूप में मि. लेले हैं, तो वहीं 'गुलाबो सिताबो' में ऐसे ही अफसर का रोल विजय राज ने निभाया है.
- '16 मोहनदास लेन' में दादाजी का किरदार हवेली के मालिक को गलत सलाह देता है और फिर हवेली का मामला कानूनी पचड़े में फंस जाता है और इसी के जरिए कहानी आगे बढ़ती है. उधर, 'गुलाबो सिताबो में दिखाया गया है कि बृजेंद्र काला का किरदार अमिताभ बच्चन को अक्सर हवेली को लेकर गलत सुझाव देता रहता और फिर कुछ तरह से फिल्म की कहानी आगे बढ़ती है.
बता दें एक एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए अकीरा अग्रवाल के वकील रिजवान सिद्दीकी ने कहा कि 'गुलाबो सिताबो' के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बाद वे आज फिल्म लेखिका जूही चतुर्वेदी, फिल्म के सह-लेखक शूजीत सरकार और फिल्म निर्माण कंपनी 'राइजिंग सन फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड' के खिलाफ मुम्बई के दिंडोशी कोर्ट में कॉपीराइट का मामला दर्ज कराएंगे.