जब किसी और की कविता पढ़कर Gulzar की तारीफ करने उनके घर जा पहुंची थीं दो लड़कियां, जानिए क्या हुआ आगे?
कई बार फैन्स कुछ गलतियाँ कर बैठते हैं जिसका गुलज़ार (Gulzar) ने एक इंटरव्यू में जिक्र किया था. उन्होंने कहा, एक बार दो लड़कियों ने मेरे घर आईं, मुझे कहा कि आपकी लिखी एक कविता पढ़ी और हमारी ज़िंदगी बदल गई.
Gulzar Facts: जाने माने लिरिसिस्ट और राइटर गुलज़ार (Gulzar) 87 साल के हो चुके हैं. उनके द्वारा लिखे गए गाने और कविताएं उनके फैन्स के दिलोदिमाग में ऐसी रची-बसी हुई हैं कि हर तरफ उनकी बस तारीफ ही सुनने को मिलती है. लेकिन कई बार उनके फैन्स कुछ गलतियाँ भी कर बैठते हैं जिसका गुलज़ार साहब ने एक इंटरव्यू में जिक्र किया था. उन्होंने कहा था , एक बार दो लड़कियों ने मेरे घर का दरवाजा खटखटाया और मुझे कहा कि आपकी लिखी एक कविता हमने पढ़ी और हमारी ज़िंदगी बदल गई. उन लड़कियों को मैंने समझाया कि वो जिस कविता का जिक्र कर रही हैं वो मैंने लिखी ही नहीं है और वो गलत पते पर आ गई हैं.
गुलज़ार ने कहा, उन लड़कियों ने मुझसे कहा, जो कविता उन्होंने पढ़ी उसका शीर्षक था-औरतें भी अजीब होती हैं.मैंने उन्हें समझाया कि मैंने आदतें अजीब होती हैं कविता लिखी थी लेकिन मैं कभी भी ये नहीं लिख सकता कि औरतें अजीब होती हैं. लेकिन लड़कियों ने कहा कि हमने आपके नाम से ही सोशल मीडिया पर ये कविता पढ़ी है. आपको बता दें कि गुलज़ार साहब के नाम से सैंकड़ों फैन पेज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, ट्विटर और इन्स्टाग्राम पर मौजूद हैं जिनपर गुलज़ार साहब के नाम पर कई कविताएं मिसकोट कर दी जाती हैं जो कि उन्होंने लिखी ही नहीं हैं.
इसपर गुलज़ार ने कहा था, मैं पहले कहता था कि 99% कविता व्हाट्सएप पर मेरे नाम से वायरल होती हैं वो फेक होती हैं लेकिन अब मुझे भरोसा है कि 100% कविताएं फेक होती हैं. यह सब अपसेट करता है, मैं अपना दुःख जाहिर नहीं करता लेकिन इस बात से मुझे काफी दर्द होता है लेकिन फिर मुझे ये समझ आता है कि जब मेरे आइडियल द ग्रेट ग़ालिब साहब को नहीं बख्शा गया तो प्रैंकस्टर किसी और को क्या छोड़ेंगे.
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