12 अगस्त को रिलीज हुई फिल्म शेरशाह (Shershaah) ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर धूम मचा रही है. इस फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा (Sidharth Malhotra) और कियारा आडवाणी (Kiara Advani) की एक्टिंग को बहुत पसंद किया जा रहा है. खासकर विक्रम बत्रा (Vikram Batra) के किरदार में सिद्धार्थ मल्होत्रा (Sidharth Malhotra) के काम को उनके करियर की बेस्ट परफॉर्मेंस करार दिया जा रहा है. फिल्म कारगिल वॉर में शहीद हुए विक्रम बत्रा की रियल लाइफ कहानी पर आधारित है जो कि 25 साल की उम्र में पाकिस्तानी सेना के खिलाफ लड़ते हुए युद्ध में शहीद हो गए थे.
विक्रम को मरणोपरांत परमवीर चक्र से नवाजा गया था और इस रोल को शिद्दत से निभाने के चलते सिद्धार्थ काफी तारीफ बटोर रहे हैं लेकिन सवाल ये है कि सिद्धार्थ को ये रोल मिला कैसे? एक इंटरव्यू में सिद्धार्थ ने इस बारे में खुलकर बात की और बताया कि फिल्म के प्रोड्यूसर शब्बीर बॉक्सवाला कैप्टन बत्रा की फैमिली से मिले और कहा कि हम आपके बेटे पर एक फिल्म बनाना चाहते हैं. कैप्टन बत्रा के जुड़वां भाई विशाल और उनके पिता के दो ही सपने हैं- पहला विक्रम पर किताब लिखना और दूसरा विक्रम पर फिल्म बने. तो बुक लिखी जा चुकी थी और शब्बीर के जरिए फिल्म का सपना साकार हो रहा था.
सिद्धार्थ ने आगे कहा कि फिर बातचीत का दौर चला. मैं पंजाबी लड़के की तरह दिखता हूं और विक्रम और मुझमें कई समानताएं हैं. हमारे फैमिली बैकग्राउंड भी एक है. मैंने विक्रम और उनकी कहानी के बारे में सुन रखा था, युद्ध के मैदान में उनकी वो आइकॉनिक लाइन यह दिल मांगे मोर भी सुनी थी जिससे मैं चकित रह गया था. मैं ये सुनकर हैरान रह गया कि अब फिल्म बनने जा रही है. फिर लंबी कहानी हुई और स्क्रिप्ट पर काफी काम किया गया. पहले ये किसी और प्रोडक्शन हाउस के साथ बनने वाली थी. मैं धर्मा प्रोडक्शन से पहले से जुड़ा हुआ था इसलिए कहानी करण के पास लेकर गया. उन्हें स्क्रिप्ट पसंद आई. फिर विष्णु वर्धन बतौर डायरेक्टर जोड़े गए और डिंपल के रूप में कियारा मिली. इस तरह ये अद्भुत फिल्म बन पाई.
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