आपको याद है, आयशा जुल्का, जिन्होंने अपनी दमदार मुस्कान और आंखों में चमक के साथ 90 के दशक में 'खिलाड़ी', 'जो जीता वही सिकंदर', 'हिम्मतवाला', वक़्त हमरा है ',' चाची 420 'जैसी फ़िल्मों काम करके बॉलिवुड में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया था. इस टैलेंटिड एक्ट्रेस ने 2010 में आई फिल्म 'अदा ... ए वे ऑफ़ लाइफ' के बाद फिल्मों से दूरी बना ली थी. इसके बाद आयशा ने कई सालों बाद 2018 में 'जीनियस' के साथ कमबैक किया था. हाल ही में आयशा ने एक इंटरव्यू के दौरान अपने बॉलीवुड सफर और फिल्मों के बारे में कई बातें बताई.


फिल्मों और वेब सीरीज में काम करने के मिल रहे हैं ऑफर


बॉलीवुड से दूर होने पर कैसे खुद को बिजी रखती हैं इस सवाल के जवाब में आयशा कहती हैं कि, "मैं अभी भी बॉलीवुड का हिस्सा हूं केवल स्क्रीन पर नहीं दिख रही हूं. वे कहती है कि उन्हें फिल्मों, वेब-सीरीज़ और टीवी पर काम करने के कई ऑफर आ रहे हैं. वे कहती हैं कि मुझे ऐसी भूमिकाएँ करने का इंतजार है जो एक एक्ट्रेस के रूप में मुझे संतुष्टि दे सकें. वह बताती है कि वैसे वह खुद को जानवरों के काम में बिजी रखती हैं इसके अलावा, वह एक स्क्रिप्ट भी लिख ​​रही हैं. साथ ही कुछ पढ़ भी रही हैं यानी अभी बहुत कुछ कर रही हूं."


शादी के बाद बॉलीवुड से दूरी बनाना था सही फैसला


आयशा बताती हैं कि उन्होंने बहुत छोटी उम्र में ही काम करना शुरू कर दिया था. इसलिए जब उनकी शादी हुई तो वह एक नॉर्मल लाइफ चाहती थीं. और उन्होंने अपनी शादीशुदा जिंदगी को काफी एंजॉय भी किया. वह कहती हैं की शादी के बाद बॉलीवुड से दूरी बनाना सही फैसला था.


पति ने हर कदम पर दिया साथ


बच्चों के सवाल पर वह कहती हैं कि, “मेरे बच्चे नहीं हैं और मै चाहती भी नहीं थी. मैं अपना ज्यादातर वक्त अपने काम और सामाजिक कार्यों को करने में बिताती हूं. और मैं खुश हूं कि मेरा फैसला पूरी फैमिली के लिए अच्छा रहा है. समीर काफी अच्छे हसबैंड हैं, साथ ही अच्छे इंसान भी हैं. उन्होंने मुझे मुझे लाइफ के हर फेज में खुद को एक्सप्रेस करने की पूरी फ्रीडम देकर मेरा जीवन बढ़ाया है और मैं जो भी करना चाहता थी, उसमें मेरा साथ दिया. मैंने कभी कोई दबाव महसूस नहीं किया. मैं उसके लिए वास्तव में खुश और खुद को भाग्यशाली समझती हूं.”


फिल्मों में ब्रेक के लिए नहीं करना पड़ा ज्यादा संघर्ष


फिल्मी बैकग्राउंड न होने पर भी कैसे बॉलीवुड में एंट्री हुई? इस सवाल के जवाब में आयशा कहती हैं कि, "मैने 80 के दशक में कुछ ब्यूटी कॉंटेस्ट जीते थे, जैसे कि मिस दिल्ली, मिस मसूरी. इसके अलावा रेमंड के लिए कमर्शियल भी किया था. गौतम राज्यदक्षा ने मेरी पिक्चर्स क्लिक किए और इडस्ट्री में सर्कुलेट कर दिए. जिसके बाद मुझे 1989 में मेरी पहली फिल्म, सलमान खान के साथ ‘ कुर्बान’ ऑफर हुई.  उस समय मैं काफी यंग थी लेकिन शुक्र है कि मुझे ज्यादा संघर्ष नहीं करना पड़ा. इसके बाद, मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरा बॉलीवुड का सफर इतना लंबा चलेगा. मुझे मेरे परिवार का पूरा सपोर्ट मिला. मैं काफी लकी रही कि मेरे लिए चीजें काफी आसान थी. जो कुछ मेरे पास आया उसे मैने ले लिया और जो नहीं आया उसे जाने दिया, यह सोचकर कि वो मेरा नहीं था."


प्रेम कैदी को बिकिनी की वजह से किया गया रिजेक्ट


वहीं फिल्मे रिजेक्ट करने को लेकर वह कहती हैं कि वह डेट इश्यू की वजह से मणिरत्नम की रोजा में काम नहीं कर पाई थीं. और इसके लिए उन्हें काफी पछतावा भी है. इसके अलावा उन्होंने रामा नायडू की प्रेम कैदी को भी रिजेक्ट कर दिया था क्योंकि इस फिल्म में उन्हें बिकिनी पहनने के लिए कहा गया था.


अब बॉलीवुड काफी बदल चुका है


वहीं वह कहती हैं कि बॉलीवुड अब पहले की तुलना में काफी बदल चुका है. दुनिया भी काफी बदल चुकी है. उस समय ज्यादा टेक्नॉलजी नहीं होती थी अब हमारी फिल्में टेक्निकली साउंड हैं. चीजे हर दिन प्रोग्रेस कर रही हैं.


आमिर खान के साथ करना चाहती हैं दोबारा काम


वहीं वह कहती हैं कि आज के समय में कई अच्छे एक्टर्स हैं जैसे कि रणवीर सिंह , रणबीर कपूर. इनके साथ वह काम करना चाहेंगी. लेकिन वह आमिर खान के साथ दोबारा काम करना चाहती है क्योंकि वह काफी शानदार एक्टर हैं.


अंत में आयशा कहती हैं कि उन्हें किसी चीज का कोई मलाल नहीं है. वह कहती हैं कि मुझ लगता है जो कुछ होना है उसे होने दो. हमे बैठकर ये नहीं सोचना चाहिए कि ऐसा नहीं होना चाहिए था. वास्तव में, मैं उन चीजों पर ध्यान केंद्रित करना पसंद करती हूं जो हुईं.


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