नई दिल्ली: अभिनेता अरशद वारसी ने 'मुन्ना भाई' सीरीज 'इश्किया' फिल्मों, 'गोलमाल' सीरीज, 'धमाल', 'जॉली एलएलबी' जैसी फिल्मों में विभिन्न किरदारों के साथ दर्शकों और समीक्षकों को खासा प्रभावित किया है. हाल ही में उन्होंने वेब सीरीज 'असुर' में भी काम किया है. अभिनेता का कहना है कि वह अपने हर प्रोजेक्ट में 'अभिनय' नहीं करने की पूरी कोशिश करते हैं.


उन्हें लगता है कि अभिनय सिर्फ स्पेशल इफेक्ट्स की तरह है. वह कहते हैं, "अगर आप स्पेशल इफेक्ट देख सकते हैं तो काम अच्छा नहीं हुआ." अरशद ने एक कलाकार के रूप में विकसित होने के तरीके को लेकर आईएएनएस को बताया, "मैंने हमेशा माना है कि अभिनय विशेष प्रभावों की तरह है. यदि आप विशेष प्रभाव देख सकते हैं, तो यह बुरा विशेष प्रभाव है. उसी तरह यदि आप अभिनय देख सकते हैं, तो यह बुरा अभिनय है. मैं अपनी पूरी कोशिश करता हूं कि अभिनय न करूं."


एक एक्टर के रूप में बॉलीवुड में एंट्री करने से पहले अरशद ने एक सहायक निर्देशक के रूप में काम किया और फिल्म 'रूप की रानी चोरों का राजा' के लिए एक सॉन्ग को कोरियोग्राफ किया. उन्होंने 1996 में 'तेरे मेरे सपने' से अभिनय की शुरूआत की थी, जो बॉक्स ऑफिस पर सफल रही. इस साल की शुरुआत में, उन्होंने मनोवैज्ञानिक थ्रिलर 'असुर' के साथ अपना डिजिटल डेब्यू किया.


उन्हें लगता है कि डिजिटल मीडिया अभिनेताओं के लिए शानदार रहा है. उन्होंने कहा, "मैं कुछ भी प्रयोग नहीं कर रहा हूं ना जोखिम उठा रहा हूं. आखिरकार मुझे वह काम करने के लिए मिल रहा है जिसे करने के लिए मैं तरस रहा हूं और अब उसे करने का आनंद ले रहा हूं." काम को लेकर बात करें तो वह जल्द ही 'दुर्गावती' में भूमि पेडनेकर के साथ दिखाई देंगे. उनके पास 'गोलमाल 5' भी है.


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