आज 'इंटरनेशनल टाइगर डे' है. इस मौके पर बॉलीवुड एक्टर रणदीप हुड्डा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक टाइगर की तस्वीर शेयर की और फैंस से इन्हें संरक्षित करने की अपील की. खास बात ये है कि इस तस्वीर को खुद रणदीप हुड्डा ने ली है. इसके साथ ही उन्होंने 'सेव टाइगर, सेव ह्युमैनिटी' का नारा भी दिया है.
रणदीप हुड्डा ने एक टाइगर की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा,"टाइगर = जंगल = ऑक्सीजन = नदी = पानी = हम!!!" यानी टाइगर है, तो जंगल है, जंगल है तो ऑक्सीजन है, ऑक्सीजन है तो नदी है और नदी है तो हम हैं. इंटरनेशनल टाइगर डे के मौके पर उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स को इंटरव्यू दिया और टाइगर के रहने और उनकी कम संख्या को लेकर कई अहम मुद्दों पर बात की.
टाइगर एक अम्ब्रेला
रणदीप हुड्डा ने का कहना है कि लोगों का गलत मानना है कि बाघ का मामला सरकार से जुड़ा है. उन्होंने कहा कि ये लोगों से जुड़ा मामला है. जंगल के आसपास के लोगों को बाघों से रोजाना कॉन्टैक्ट में रहना चाहिए. वह टाइगर को "वनस्पति और जीवों की लाखों प्रजातियों पर एक छतरी" बताते हैं.
टाइगर सरकार नहीं सबका
रणदीप हुड्डा वन्यजीव संरक्षण और बाघ संरक्षण के लिए मुखर रहते हैं. उनका कहना है कि विकास की तेज रफ्तार उनके रहने की जगह(जंगल) की कटौती कर रही है. इससे वह कमजोर होते जा रहे हैं. बहुत विवाद है कि बाघ सरकार के हैं क्योंकि अधिकारी उन्हें बचाने के लिए आते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. टाइगर सबका है.
टाइगर वोट नहीं देते
रणदीप हुड्डा टाइगर की रक्षा के मिशन के बीच आने वाली सबसे बड़ी समस्या के बारे में बात करते हैं. वह कहते हैं,"टाइगर स्थानीय मुद्दों को हल करने के लिए वोट नहीं देता है. कोई कहता है, 'मैंने आप लोगों के लिए गांव में एक नई सड़क बनाई है.' लेकिन उस स्थानीय चीज का वैश्विक प्रभाव पड़ता है. ऐसे कई उदाहरण हैं जब एक सड़क टाइगर रिजर्व से होकर गुजरती है. अगर वह(टाइगर) वोट करेंगे, तो उनकी देखभाल की जाएगी."
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