फ्लॉप शो में दिखाया जाता है कि जसपाल भट्टी जिस दफ्तर में काम करते हैं उसका हर एक मुलाजिम(कर्मचारी) महीने में औसतन 300 रुपए की दवाओं का बिल लगाता है. यही नहीं, इस दफ्तर का हर कर्मचारी इस उधेड़बुन में लगा रहता है कि फर्जी मेडिकल बिल से कैसे ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाए जाएं. इस बीच शो में ट्विस्ट तब आता है जब भट्टी साहब का एक दोस्त उनसे मिलने उनके दफ्तर पहुंच जाता है.
कुछ देर की बातचीत के बाद भट्टी साहब को पता चलता है कि उनके इस दोस्त को कोई बीमारी है लेकिन उसके पास इलाज करवाने के लिए पैसे नहीं है. इसके बाद यह तय होता है कि इलाज तो दोस्त का ही होगा लेकिन नाम भट्टी साहब का रहेगा ताकि दफ्तर में बिल लगाकर इलाज का खर्चा निकाला जा सके.बेहद कॉमिक अंदाज़ में फिल्माए गए इस सीरियल में यहां तक तो सबकुछ ठीक चलता है और दोस्त का इलाज भी होने लगता है लेकिन तभी एक ऐसी घटना होती है जिसका भट्टी साहब को भी अंदाज़ा नहीं था. आखिर क्या थी वो घटना ? और क्या हुआ भट्टी साहब के साथ इसके लिए आप भी देखें यह एपिसोड.