Bollywood Untold Stories: सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की कुली फिल्म याद हैं आपको? वैसे तो इस फिल्म के कई किस्से हैं लेकिन जो किस्सा अमिताभ बच्चन क्या उनके फैंस भी नहीं भूलेंगे वो था सेट पर शहंशाह का एक्सीडेंट होना. ऐसा एक्सीडेंट जिसकी वजह से अमिताभ को 2 महीने अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़नी पड़ी थी. 24 सितंबर, 1982, जब मौत से लड़ने के बाद अमिताभ बच्चन एंबैसडर कार से घर पहुंचे. ये ऐसा दौर था दुनिया भर में बिग बी के फैंस उनकी सलामती के लिए दुआं मांगते थे. जब पत्नि जया बच्चन पागलों की तरह कभी सिद्धि विनायक मंदिर जाती तो कभी डॉन के लगाए पंडाल पहुंच कर अमिताभ के लिए दुआ मांगती.
रिपोर्ट्स की मानें तो पति की सलामती के लिए जया बच्चन मुंबई के ताकतवर डॉन में से एक वरदा राजन के बनवाए गए पंडाल में भी गई थीं. ताकि जल्द अमिताभ बच्चन की तबीयत में सुधार आ जाए. मशहूर लेखक एस हुसैन जैदी की किताब के मुताबिक डॉन वरदा राजन काफी धार्मिक था. इसीलिए वो माटुंगा स्टेशन के बाहर गणेश पंडाल लगवाता ही रहता था. जो धीरे-धीरे काफी पॉपुलर हो गया था. यहां उस जमाने की कई एक्ट्रेस आती रहती थी. जया बच्चन भी अपने पति की रिकवरी के लिए यहीं आकर दुआ मांगा करती थी. ऊपर वाले का करिश्मा कहिए या डॉक्टरों का प्रयास की अमिताभ इस सीरियस कंडीशन से जल्दी निकल आए थे.
कुली, 1983 में आई एक एक्शन कॉमेडी फिल्म थी, जो मनमोहन देसाई के डायरेक्शन में बनी थी और कादर खान ने इसे लिखा था. फिल्म में अमिताभ बच्चन ने इकबाल असलम खान, एक रेलवे कुली की भूमिका निभाई है, जिसमें ऋषि कपूर, रति अग्निहोत्री, शोमा आनंद, कादर खान, वहीदा रहमान, सुरेश ओबेरॉय और पुनीत इस्सर ने सहायक भूमिकाएँ निभाई हैं. इस फिल्म के एक सीन को फिल्माने के दौरान अमिताभ बच्चन पुनीत इस्सर द्वारा गलती से बुरी तरह से घायल हो गए थे. अमिताभ के पेट और आंत में गंभीर चोट आई थी. इसके बाद बिग बी को ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बताया जाता है कि उस दौरान उनका ऑपरेशन 8 घंटों तक चला था. खैर जया बच्चन और दुनिया भऱ से मिले आर्शीवाद से अमिताभ इस जंग को जीतने में कामयाब रहें.