फिल्म में दिखाया जाता है कि अहमदाबाद से बजोडिया सेठ अपने बेटे के रिश्ते के लिए फ़ोन लगाते हैं लेकिन ये क्या ? घर के हेड सर्वेंट जॉनी यही भूल जाते हैं कि उनका मालिक कौन है ? फिल्म के एक अगले सीन में जब काजोल घर के सभी नौकरों की क्लास लगाती हैं और पूछती हैं कि, ‘तुम लोग ये कैसे भूल गए कि एअरपोर्ट पर गाड़ी भेजना थी?’ जिसपर जॉनी अपनी चिरपरिचित कॉमिक स्टाइल में कहते हैं, ‘ एअरपोर्ट पर गाड़ी भेजने की क्या ज़रुरत थी वहां तो हवाई जहाज़ होते हैं ना’.
जॉनी के कॉमेडी का पंच यहीं नहीं रुकता, रिश्ते की बात करने घर आए मेहमानों को चाय पिलाने के चक्कर में वह गड़बड़ कर बैठते हैं और बजोडिया सेठ को नमक वाली चाय पिला देते हैं. उस चाय में चाय पत्ती ही नहीं होती जिसे पीकर मेहमानों की हवाइयां उड़ जाती हैं.