KBC 13 First Crorepati: हिमानी बुंदेला 10 साल से कर रही थीं ट्राय, जीती गई राशि को करेंगी ऐसे खर्च
कौन बनेगा करोड़पति 13 का पहला करोड़पति मिल गया है. कंटेस्टेंट हिमानी बुंदेला शो में 7 करोड़ रुपए के सवाल के लिए खेलते हुए नजर आएंगी. इससे पहले उन्होंने बताया है कि वह जीती गई राशि कैसे खर्च करेंगी.
'कौन बनेगा करोड़पति 13' (Kaun Banega Crorepati) ऑडियंस के बीच काफी पॉपुलर हो रहा है. इसे काफी पसंद किया किया जा रहा है. इसे आते हुए मात्र चार ही दिन हुए और इस बीच खबर है कि शो को पहला करोड़पति मिल चुका है. इस कंटेस्टेंट का नाम हिमानी बुंदेला है. आने वाले 30 और 31 अगस्त को 1 करोड़ रुपये जीतने वाला कंटेस्टेंट्स का एपिसोड ऑन एयर होगा. दृष्टिहीन कंटेस्टेंट हिमानी बुंदेला असाधारण रूप से अच्छा खेलती हैं और 1 करोड़ रुपये जीतती हैं.
हाल ही में, हिमानी ने अपने जीत के पल के बारे में बात की और शेयर किया कि कैसे वह जीत की राशि का उपयोग करने की प्लानिंग कर रही हैं. उन्होंने कहा, "जब मैंने बिग बी की आवाज सुनी तो मैं दंग रह गई और उन्होंने कहा कि मैंने 1 करोड़ रुपये जीते हैं. मैं पूरी तरह से ब्लैंक हो गई. मैंने बस अपने दोनों हाथ उठाए और इस पल का जश्न मनाया."
पिछले 10 साल से कोशिश
हिमानी ने यह भी खुलासा किया कि वह पिछले 10 सालों से शो के लिए कोशिश कर रही हैं. उन्होंने कहा, "मैं 14-15 साल की उम्र से केबीसी के लिए कोशिश कर रही हूं. अब, मैं 25 साल का हूं, जिसका मतलब है कि मैं आखिरी बार कोशिश कर रही हूं. मैं क्विज शो के लिए मैसेज भेजती थी, लेकिन यह हमेशा पेंडिंग दिखता था."
विश्वास नहीं था हॉटसीट पर बैठूंगी
हिमानी ने आगे कहा,"तब मैं हमेशा सोचती था कि सिलेक्शन की प्रक्रिया क्या होनी चाहिए, क्या यह मैसेज के माध्यम से होता है? लेकिन जब ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू हुई और रजिस्ट्रेशन करने के बाद जब मुझे मैसेज मिला कि आपका रजिस्ट्रेशन हो गया है. मुझे कभी विश्वास नहीं था कि मैं हॉट सीट पर बैठूंगी."
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ऐसे करेंगी जीती गई राशि का इस्तेमाल
शो में जीते गए अमाउंट के इस्तेमाल के बारे में हिमानी ने कहा, "शो में मैंने जो भी राशि जीती है, मैं उसका खुलासा नहीं कर सकती. मैं इनक्लुसिव कोचिंग शुरू करना चाहती हूं. हमारे पास एक इनक्लुसिव यूनीवर्सिटी है, लेकिन कोचिंग नहीं है. यह होगा कॉम्पिटेटिव एग्जाम के लिए जहां विकलांग और सामान्य बच्चे एक साथ पढ़ेंगे. हम उन्हें यूपीएससी, सीपीसीएस के लिए तैयार करेंगे. मैंने नेत्रहीन बच्चों को 'मानसिक गणित' सिखाने की भी पहल की. मैं अपने पिता का छोटा बिजनेस सेटल करना चाहती हूं जो पूरी तरह से लॉकडाउन के दौरान तबाह हो गया. मैं उस बिजनेस को फिर से सेटल करना चाहती हूं ताकि उनका भविष्य सुरक्षित हो."
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