खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने दिलीप कुमार और राजकपूर के पुश्तैनी घर खरीदने को दी मंजूरी, जारी किए 2 करोड़ 35 लाख रुपये
मुख्यमंत्री महमूद खान ने बॉलीवुड के दिग्गजों के घर खरीदने के लिए 23.5 मिलियन रुपये की मंजूरी दी है. कपूर के घर की कीमत 1.5 करोड़ रुपये और दिलीप कुमार के घर की कीमत 8 करोड़ रुपये आंकी गई है. पुरातत्व विभाग के निदेशक डॉ. अब्दुल समद के अनुसार, पौराणिक संस्थानों के घर खरीदने के बाद, उन्हें एक संग्रहालय में बदल दिया जाएगा.
खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान ने पेशावर में भारतीय फिल्मों के दिग्गज एक्टर राज कपूर और दिलीप कुमार के घर खरीदने की मंजूरी दे दी है. जिसके लिए 23.5 मिलियन जारी किया गया है.गौरतलब है कि पुरातत्व विभाग ने बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेताओं दिलीप कुमार और राज कपूर के घरों को राष्ट्रीय धरोहर के रूप में खरीदने का फैसला किया था.
मुख्यमंत्री महमूद खान ने बॉलीवुड के दिग्गजों के घर खरीदने के लिए 23.5 मिलियन रुपये की मंजूरी दी है. कपूर के घर की कीमत 1.5 करोड़ रुपये और दिलीप कुमार के घर की कीमत 8 करोड़ रुपये आंकी गई है. पुरातत्व विभाग के निदेशक डॉ. अब्दुल समद के अनुसार, पौराणिक संस्थानों के घर खरीदने के बाद, उन्हें एक संग्रहालय में बदल दिया जाएगा.
सितंबर महीने में लिया गया था फैसला
बता दें कि प्रांतीय सरकार ने सितंबर में जीर्ण-शीर्ण अवस्था में स्थित इन ऐतिहासिक इमारतों के संरक्षण के लिये पैतृक घरों को खरीदने का फैसला किया था. उत्तरी पाकिस्तान के इस शहर के प्रमुख इलाकों में स्थित इन दो इमारतों को राष्ट्रीय विरासत घोषित किया गया है. पेशावर के उपायुक्त मुहम्मद अली असगर ने कम्युनिकेशन एंड वर्क्स डिपार्टमेंट की एक रिपोर्ट के बाद दिलीप कुमार के चार मारला में बने घर की कीमत 80.56 लाख रुपये निर्धारित की है. जबकि राज कपूर के छह मारला के घर की कीमत 1.5 करोड़ रुपये लगाई गई है.
इन्ही इमारतों में हुआ था दिलीप कुमार और राजकपूर का जन्म ‘मारला’ क्षेत्र की पैमाइश के लिये पाकिस्तान, भारत और बांग्लादेश में इस्तेमाल होने वाला परंपरागत मानक है. एक मारला को 272.25 वर्ग फीट या 25.2929 वर्गमीटर के बराबर माना जाता है. पुरातत्व विभाग ने प्रांतीय सरकार से इन दोनों ऐतिहासिक इमारतों को खरीदने के लिये दो करोड़ रुपये जारी करने का अनुरोध किया था.इन्हीं इमारतों में भारतीय सिनेमा के दिग्गज कलाकारों दिलीप कुमार और राज कपूर का जन्म हुआ था और विभाजन से पहले उनकी शुरुआती परवरिश भी वहीं हुई थी.
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