(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
किस्सा-ए-बॉलीवुड: इस महान गायक को लेकर सच साबित हुई सूफी फकीर की बात
गायक मो. रफी जब सात साल के थे तो उन्हें एक सूफी फकीर की आवाज इतनी अच्छी लगने लगी कि जब भी वो गांव में आता वे उसके पीछे पीछे चल देते थे.
Kissa-e-Bollywood: किस्सा-ए-बॉलीवुड में आज जिक्र होगा बॉलीवुड के महान गायक मोहम्मद रफी (Mohammed Rafi) का. मोहम्मद रफी की आवाज को प्ले बैक सिंगिग की दुनिया की परफेक्ट आवाज माना जाता है. लेकिन मोहम्मद रफी को गाना गाने की प्रेरणा कहां से मिली. वो कौन था, जिसकी आवाज सुनकर मोहम्मद रफी मदहोश हो जाते थे और उसकी आवाज को सुनने के लिए वे कई किलोमीटर तक पीछे पीछे चाले जाते थे.
मोहम्मद रफी का जन्म पंजाब के छोटे से गांव कोटला सुल्तान सिंह में हुआ था. उनके बचपन का एक किस्सा है. जब मो. रफी गांव में रहते थे तो उनके गांव में सूफी फकीर आता था. फकीर सूफी संतों के उपदेशों को गानों की शक्ल में गाता था. गाना गाते गाते ही वह पूरे गांव में घूमा करता था. गाना सुनकर गांव के लोग उस फकीर को अपनी क्षमता के अनुसार दान दिया करते थे. इस फकीर की आवाज मो. रफी को बहुत प्रभावित करती थी. सुबह के समय जैसे फकीर की आवाज रफी के कानों में पड़ती वे फौरन सब काम को छोड़कर उसके पीछे हो लेते. सूफी फकीर की आवाज उन्हें इतनी सुरीली लगती कि वे उसके पीछे-पीछे कई किलोमीटर तक चले जाते थे.
जब कई दिनों तक ऐसा होता रहा तो फकीर का ध्यान रफी की तरफ गया. उस सूफी फकीर ने मो. रफी को बुलाकर पूछा कि क्या नाम है तुम्हारा, तुम रोज मेरा पीछा क्यों करते हो? इस पर रफी ने बड़ी ही विनम्रता से कहा कि बाबा मेरा नाम मो. रफी है. मुझे आपकी आपकी आवाज बहुत अच्छी लगती है. इसलिए सुनने के लिए पीछे पीछे चला आता हूं. फकीर ने मो. रफी से सवाल किया कि क्या तुम गाते हो? इस पर रफी ने फकीर को कुछ गाकर सुनाया. फकीर मो. रफी की आवाज और विनम्रता से बहुत प्रभावित हुआ. फकीर ने मो. रफी के सिर पर हाथ रखा और कहा कि जा बेटा तेरी आवाज पूरी दुनिया सुनेगी. बाद में फकीर की यह बात सच साबित हुई. गायकी के क्षेत्र में अनगिनत सफलता पाने के बाद भी मो. रफी कभी उस फकीर को नहीं भूले. उसे हमेशा याद रखा.
मो. रफी ने अपने फिल्मी करियर में 26 हजार से अधिक गाने गाए. रफी की आवाज को संपूर्ण आवाज माना जाता है. इसीलिए वे हर तरह के गाने गा लेते थे. कव्वाली, क्लासिकल, पॉप, गजल किसी भी तरह का गाना हो, मो. रफी ने हर तरह के गीत गाए. उनकी गायकी लाजवाब थी. सूफी फकीर की प्रेरणा से मोहम्मद रफी फिल्मों की चकाचौंध दुनिया में भी हर तरह के एब से दूर रहे. एक सूफी की तरह.
यह भी पढ़ें -