Kissa-e-Bollywood: किस्सा-ए- बॉलीवुड में आज किस्सा म्यूजिक के जीनियस कहे जाने वाले आर डी बर्मन यानि राहुल देव बर्मन का. जिन्हें पंचम के नाम से भी जाना जाता है. आरडी बर्मन ने हिंदी सिनेमा के संगीत को नई दिशा दी है. उनका संगीत अपने समय से बहुत आगे था.
जब परीक्षा में नंबर कम आए
आरडी बर्मन बचपन से ही संगीतकार बनना चाहते थे. 9 वर्ष की उम्र थी, जब पहली बार आरडी बर्मन ने संगीत की धुनें बनाईं. जिसे उनके पिता ने फिल्म फंटूश में इस्तेमाल किया. इससे जुड़ा एक बड़ा ही रोचक किस्सा है. आरडी बर्मन के परीक्षा में नंबर कम आए तो पूरे घर में कोहराम मच गया. सचिन देव बर्मन यानि एसडी बर्मन मुंबई में रहते थे. एसडी बर्मन एक जानेमाने संगीतकार के रूप में मुंबई में स्थापित हो चुके थे. लेकिन आरडी बर्मन कोलकाता में ही रहते थे. आर डी बर्मन के जब नंबर कम आए तो इसकी सूचना एसडी बर्मन को दी गई. वे मुंबई से कोलकाता आ गए
पिता ने चोरी की बेटे की धुन
आरडी बर्मन का रिपोर्ट कार्ड देखकर पूछा कि ये सब क्या है, अंत में उन्होने सवाल किया कि क्या बनना चाहते हो. तब आरडी बर्मन ने अपने पिता से कहा कि वे आपसे भी बड़ा संगीतकार बनना चाहते हैं. इस पर एसडी बर्मन ने उनसे पूछा कि कोई धुन भी बनाई है तुमने इस पर आरडी बर्मन ने एक नहीं दो नहीं पूरी 9 धुनें पिता के सामने रख दीं. बिना कोई जवाब दिए एसडी बर्मन मुंबई लौट आए. कुछ समय बाद कोलकाता के एक थियेटर में फिल्म फंटूश आई जिसके एक गाने में उनकी धुन थी. ये वही धुन थी जो उन्होंने पिता को सुनाई थी. इस पर वे बहुत नाराज हुए. और पिता से कहा कि आपने मेरी धुन चुराई है. एसडी बर्मन हाजिर जवाब थे, उन्होंने फौरन आरडी बर्मन से कहा कि मैं तो यह देख रहा था कि तुम्हारी धुन लोगों को पसंद भी आती हैं या नहीं.
दुनिया के बेहतरीन संगीतकारों में आर डी बर्मन की जाती है गिनती
इसके बाद एसडी बर्मन ने आरडी बर्मन को बहुत बड़ा संगीतकार बनने का आर्शीवाद दिया. पिता का आर्शीवाद सच साबित हुआ. आरडी बर्मन देश के नहीं बल्कि दुनिया के बेहतरीन संगीतकारों में से एक रहे हैं. आरडी बर्मन ने संगीतकार बनने से पहले कई भारतीय वाद्य यंत्रों की शिक्षा ली. आरडी बर्मन तबला और सरोद बजाने में माहिर थे. आरडी बर्मन पहले ऐसे भारतीय संगीतकार हैं जिन्होंने क्लासिकल म्यूजिक के साथ जैज म्यूजिक को मिलाकर पेश किया. उनके खाते में सैकड़ों सुपर हिट गाने दर्ज हैं. 1942 अ लव स्टोरी उनकी आखिरी फिल्म थी. इस महान संगीतकार का 1994 में निधन हो गया था.
यह भी पढ़ें -