किस्सा-ए- बॉलीवुड: किशोर कुमार को भला कौन नहीं जानता है. किशोर कुमार की गिनती बॉलीवुड के सफल गायकों में की जाती है. सैकड़ों सुपर हिट गीत गाने वाले किशोर कुमार एक्टिंग के मामले में भी पीछे नहीं थे. लेकिन एक मामले में किशोर कुमार बहुत ही कमजोर थे. उनकी इस कमजोरी को एक्टर सुनील दत्त ने दूर किया. जानते हैं क्या थी यह कमजोरी-


किशोर कुमार ने सिनेमा के जिस मीडियम में भी हाथ आजमाया उन्हें सफलता ही मिली. उनकी प्रतिभा के चलते बडे़ से बड़ा एक्टर भी उन्हें गुरू कहता था. किशोर कुमार ने अपने फिल्मी करियर में एक से बढ़कर एक सुपरहिट गीत गाए जो आज भी सुने और गुनगुनाए जाते हैं. अभिनय के क्षेत्र में भी उन्होंने अपने दौर में कई हिट फिल्में दीं.

किशोर कुमार की बहुमुखी प्रतिभा से एक्टर सुनील दत्त बहुत प्रभावित थे. एक बार सुनील दत्त ने किशोर कुमार से कहा कि गुरू आप इतनी अच्छी एक्टिंग करते हैं, गायकी भी लाजवाब है. तो आप स्टेज पर परफॉर्मेंस क्यों नहीं करते. स्टेज परफॉर्मेंस के नाम पर किशोर कुमार के पसीने छूटते थे. सुनील दत्त के कई बार समझाने के बाद भी किशोर कुमार स्टेज पर गाना गाने के लिए राजी नहीं हुए. लेकिन सुनील दत्त ने भी ठान लिया कि वे किशोर कुमार को मनाकर ही दम लेंगे. इसके लिए सुनील दत्त ने एक साल तक अपनी कोशिशों को जारी रखा. सुनील दत्त के कहने पर एक दिन किशोर कुमार स्टेज पर गाने के लिए राजी हो गए.

किशोर कुमार ने अपनी पहली स्टेज परफॉर्मेंस भारत के सैनिकों के सामने दी. सुनील दत्त ने बताया कि सैनिकों का हौसला बढ़ाने के लिए कार्यक्रम रखा गया है. इसके लिए पहाड़ों पर बर्फ के बीच कार्यक्रम तय किया गया. किशोर कुमार राजी तो हो गए लेकिन घबराहट खत्म नहीं हुई. गंगटोक के पास सैनिकों की एक बटालियन में यह कार्यक्रम था. बर्फ की चादर से पूरा इलाका घिरा हुआ था. सेना के जवान बर्फ पर बैठे हुए थे. प्लेन की खिड़की से झांक कर किशोर कुमार ने एक्टर सुनील दत्त से कहा कि यहां तो बहुत सर्दी है, जवान बर्फ पर बैठे हुए हैं. सुनील दत्त ने उनसे कहा कि ये सैनिक हम लोगों का ही इंतजार कर रहे हैं. वहां के माहौल ने किशोर कुमार पर गहरी छाप छोड़ी. बर्फ पर ही सैनिकों ने एक स्टेज बनाया हुआ था.

किशोर कुमार ने सुनील दत्त से कहा कि आप माइक के आगे खड़े हो जाना मैं पीछे खड़े होकर गाना गाता रहूंगा. ठीक उसी तरह से जैसे फिल्म पड़ोसन के गाने एक चतुर नार पर किया था. सुनील दत्त इस पर राजी हो गए. स्टेज पर सुनील दत्त आगे खड़े हो गए और पीछे किशोर कुमार. किशोर कुमार ने आंख बंद करके जैसे ही गाना शुरू किया, सुनील दत्त वहां से हट गए. किशोर कुमार को देखकर सैनिकों ने तालियां बजाना शुरू कर दिया. तालियों का शोर सुनकर जैसे ही किशोर कुमार ने आंखे खोली तो सुनील दत्त को गायब देखकर घबरा गए. लेकिन सैनिकों की तालियां बजती रहीं. सैनिकों का जोश देखकर किशोर कुमार की झिझक निकल गई और फिर स्टेज पर सैनिकों के लिए एक से बढ़कर एक गाने गाए.


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