Kissa-E-Bollywood: सदी के महानायक अमिताभ बच्चन जब शोहरत की बुलंदी पर थे, तब गायक किशोर कुमार को उनकी एक बात इस कदर नागवार गुजरी कि किशोर दा ने अमिताभ बच्चन के लिए गाना ही बंद कर दिया. बॉलीवुड का ये वो दौर था जब किशोर दा की आवाज को अमिताभ बच्चन की आवाज माना जाता था. अमिताभ बच्चन के लिए किशोर दा ने एक से बढ़कर एक गीत गाए. परदे पर अमिताभ बच्चन को जब गाने में किशोर दा की आवाज मिल जाती थी तो उस गाने के हिट होने की संभावना 100 फीसदी तक बढ़ जाती थी. किशोर दा ने अमिताभ बच्चन के लिए अपने फिल्मी करियर में 131 गाने गाए, जिनमें से तकरीबन 90 फीसदी गाने हिट हुए.


लेकिन एक वो दौर भी आया जब किशोर दा ने अमिताभ बच्चन के लिए गाना ही बंद कर दिया. ये सिलसिला एक या दो महीने तक नहीं, बल्कि कई बरसों तक चलता रहा है. बात सन् 1980 की है. एक बार किशोर दा ने अपनी एक फिल्म 'ममता की छांव' में अमिताभ बच्चन से गेस्ट रोल के लिए कहा.


व्यस्तता के कारण अमिताभ बच्चन ने किशोर दा को इनकार कर दिया. बताते हैं कि इसी बात से किशोर दा अमिताभ बच्चन से कुछ नाराज हो गए और उनके लिए गाना बंद कर दिया. यह वो समय था जब हर गायक अमिताभ बच्चन की आवाज बनना चाहता था. लेकिन अमिताभ बच्चन पर किशोर दा की ही आवाज दर्शकों को पसंद आती थी. जिस समय किशोर दा ने अमिताभ बच्चन के लिए गाना गाने से इनकार कर दिया तब कई अन्य गायकों ने अमिताभ के लिए गाने गाए, लेकिन दर्शकों को उनमें वो बात नजर नहीं आई जो कशिश किशोर दा की खनखकती आवाज में महसूस होती थी.


कई साल गुजरने के बाद इस बात को निर्माता,निर्देशक,संगीतकार और खुद अमिताभ बच्चन ने भी महसूस किया. दर्शक इस कमी को पहले ही महसूस कर चुके थे. काफी सोच विचार के बाद एक दिन अमिताभ बच्चन ने किशोर दा से मिलने का फैसला किया. किशोर कुमार के बड़े बेटे का जन्मदिन था. अमिताभ के लिए किशोर दा से मिलने का इससे बेहतर मौका क्या होता.


अमिताभ सीधे किशोर दा के घर पहुंच गए. किशोर कुमार फिल्म इंडस्ट्री में बेहद जिदांदिल इंसान माने जाते थे. हर कोई उनकी इस आदत से प्रभावित था. इस मुलाकात के बाद सब गिले शिकवे दूर हुए और किशोर दा अमिताभ बच्चन के लिए गाने के लिए राजी हो गए और इस जोड़ी ने एक बार फिर धूम मचा दी.


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