Making of Ram Teri Ganga Maili: हर फिल्म के पीछे भी एक कहानी होती है जो वाकई मजेदार होती है. ये कहानियां सालों बाद जब सुनाई जाती है तो पता चलता है कि किसी फिल्म के बनने के पीछे क्या और कितने मजेदार कारण रहे. ऐसी ही एक दिलचस्प किस्सा जुड़ा है राम तेरी गंगा मैली (Ram Teri Ganga Maili) फिल्म से. साल 1985 को रिलीज ये फिल्म राजीव कपूर (Rajiv Kapoor) और मंदाकिनी (Mandakini) को लेकर बनाई गई थी. जिसका डायरेक्शन किया था राज कपूर ने. फिल्म जबरदस्त रही थी लेकिन इस फिल्म का आइडिया राज कपूर को आखिर आया कैसे था. इसके पीछे एक दिलचस्प कहानी है जिसे खुद  राज कपूर (Raj Kapoor) के बेटे रणधीर कपूर (Randhir Kapoor) ने सुनाया था. 


गाना सुन दीवाने हो गए थे राज कपूर 
ये बात अरसे पुरानी है जब रणधीर कपूर (Randhir Kapoor) और राज कपूर (Raj Kapoor) किसी समारोह में शामिल होने के लिए दिल्ली आए थे. तब रविंद्र जैन ने एक गाना गाया. वो गाना था – एक राधा एक मीरा, दोनों ने श्याम को चाहा. ये गाना जब राज कपूर साहब ने सुना तो वो दीवाने हो गए. उन्होंने रविंद्र जैन को अपने घर बुलाकर फिल्म में ये गाना देने के लिए साइन कर लिया. हालांकि ये गाना किस फिल्म में इस्तेमाल होना था तब तक ये तय नहीं था क्योंकि तब राज कपूर (Raj Kapoor) कोई फिल्म बना ही नहीं रहे थे. ऐसे रणधीर कपूर को लगा कि शायद इस गाने के लिए दिया गया अमाउंट यूं ही बेकार हो जाएगा. लेकिन 4 दिन के बाद कुछ और गाने तैयार कर लिए गए. जब ये गाने सुने गए तो कमाल लगे. लिहाजा इन गानों से मिलती जुलती ऐसी कहानी लिखी गई जो हिंदी सिनेमा के इतिहास में दर्ज हुई. क्योंकि इसी कहानी पर बनी राम तेरी गंगा मैली. 


फिल्म के पीछे ये था राज कपूर का आइडिया
इस फिल्म को बेहद ही खूबसूरती से बनाया. गंगा जो पहाड़ों से निकलती है तो निर्मल और पवित्र होती है लेकिन मैदान की तरफ जाते जाते वो मैली होती जाती है. फिल्म का तात्पर्य भी कुछ यही था. गंगा नाम की लड़की जो पहाड़ों में रहती है, निर्मल और पवित्र लेकिन जब पहाड़ों को छोड़ वो दूसरे शहर आती है तो उसे जीवन के सबसे बुरे अनुभव प्राप्त होते हैं. जब सिनेमाई पर्दे पर ये कहानी दिखाई गई तो हर कोई दंग रह गया था. 


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