बॉलीवुड के लीजेंड्री स्टार्स में से एक ओम पुरी (Om Puri) को आज भी लोग उनकी बेहतरीन एक्टिंग के लिए याद करते हैं. ओम पुरी का जन्म साल 1950 में पटियाला में हुआ था. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ओम पुरी के पिता रेलवे में नौकरी किया करते थे. कहते हैं कि ओम पुरी को बचपन से ही एक्टिंग का शौक था. एक्टिंग के इसी शौक ने उन्हें नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा तक पहुंचाया. 




नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा के बाद ओमपुरी दिखाई दिए दूरदर्शन के चर्चित सीरियल 'भारत एक खोज' में, यही वो टीवी सीरियल था जिसकी बदौलत ओम पुरी का काम नोटिस में आया था. वहीं, फ़िल्मी सफ़र की अगर बात करें तो ओम साहब ने हिंदी नहीं बल्कि मराठी फ़िल्म से ग्लैमर की दुनिया में डेब्यू किया था. इस फिल्म का नाम था 'घासीराम कोतवाल'; हिंदी फिल्मों में ओम पुरी को पहली हिट साल 1980 में मिली थी. इस फिल्म का नाम था 'आक्रोश', यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बड़ी हिट साबित हुई थी. 


 



फिल्मों की तरह ओमपुरी का निजी जीवन भी सुर्ख़ियों में रहा था. ओम साहब की वाइफ नंदिता ने उन पर एक किताब  ‘अनलाइकली हीरो: ओम पुरी’लिखी थी. इस किताब में ओम पुरी के निजी जीवन के बारे में काफी विवादास्पद खुलासे किए गए थे. इस किताब में लिखा था कि ओमपुरी जब महज 14 साल के थे तब उन्होंने अपनी एक रिश्तेदार को गलत तरीके से छू लिया था. यह घटना ओमपुरी के मामा के घर पर हुई थी और नतीजा यह निकला कि अगले दिन मामा ने उन्हें घर से निकाल दिया था. 




आपको बता दें कि ओम पुरी साहब ने मजाक-मजाक में एक बार अपनी मौत को लेकर भी भविष्यवाणी की थी. ओम पुरी ने कहा था कि, 'मैं किसी दिन अचानक ही यह दुनिया छोड़ जाऊंगा'. आपको बता दें कि उनकी यह बात सच साबित हुई साल 2017 में ओम पुरी को रात में हार्ट अटैक आया और वो चल बसे.


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