कुशाल टंडन ने की भारत में टिक टॉक बैन की मांग, विवेक दहिया बोले- ऐप बनाने वाले ने नहीं फैलाया कोरोना
टिक टॉक को लेकर कुशाल की यह प्रतिक्रिया उस वक्त आई, जब विवेक दहिया ने इसे अपना समर्थन दिया था. कुशाल टंडन भारत में टिक टॉक ऐप का इस्तेमाल किए जाने के बिल्कुल खिलाफ हैं.
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अभिनेता कुशाल टंडन भारत में टिक टॉक ऐप का इस्तेमाल किए जाने के बिल्कुल खिलाफ हैं. उन्होंने भारत में इस ऐप पर प्रतिबंध लगाए जाने तक की मांग कर डाली. कुशाल ने इंस्टाग्राम पर लिखा, "पूरी दुनिया चीन की वजह से मुसीबतों का सामना कर रही है, लेकिन टिक टॉक का इस्तेमाल कर भारतीयों सहित कई और उन्हें लाभ पहुंचा रहे हैं. चीन ने टिक टॉक उन लोगों के लिए बनाया है, जो किसी काम के नहीं है और जिनके पास करने के लिए कुछ भी नहीं है. टिक टॉक को बैन कर देना चाहिए. मुझे गर्व है कि मैंने कभी इसका इस्तेमाल नहीं किया है."
टिक टॉक को लेकर कुशाल की यह प्रतिक्रिया उस वक्त आई, जब विवेक दहिया ने इसे अपना समर्थन दिया था. दिव्यांका त्रिपाठी के पति और अभिनेता विवेक ने कहा था, "जो लोग चीन में बने उत्पादों पर रोक लगाने की बात कर रहे हैं यह उनके लिए है. याद रखें, जिस मोबाइल फोन का इस्तेमाल आप किसी ऐप पर प्रतिबंध लगाने के अपने विचारों को व्यक्त करने के लिए कर रहे हैं, उसे भी दुनिया के उसी हिस्से में बनाया गया है."
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इसके साथ ही विवेका दहिया ने कहा था, "औसतन दैनिक जिंदगी में दस में से सात चीजें हम यहीं की बनी हुई इस्तेमाल करते हैं. चीन को दुनिया की फैक्टरी कहा जाता है, चाहे हमें यह भाए या न भाए. मैं निश्चित हूं कि इस ऐप को बनाने वाला कोरोना वायरस की साजिश रचने के लिए जिम्मेदार नहीं है."
विवेक दहिया ने आगे कहा, "इसके साथ ही, रिकवरी के लिए उपयोग किया जाने वाला हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन भी या तो भारत में बनाई जाती है या चीन में. तो कुल मिलाकर बात यह है कि इस वैश्विक बाजार में हम सभी एक-दूसरे पर आश्रित हैं. कोई देश क्रेता है, तो कोई विक्रेता है, समृद्धि की ओर बढ़ने के लिए दोनों को एक-दूसरे की जरूरत पड़ेगी. बेशक, हम अपने आप में ही काफी है, लेकिन ऐसा कोई उदाहरण मौजूद नहीं है."
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