भले ही नाम ना पता लेकिन इस चेहरे से हर दर्शक वाकिफ होगा खासतौर से वो जिसने सलमान की फिल्में देखी होंगी. मैंने प्यार, हर आपके हैं कौन, अनाड़ी, साजन, बेटा जैसी फिल्मों में नज़र आने वाले ये हैं लक्ष्मीकांत बेर्डे. जिन्होंने सलमान की ज्यादातर फिल्मों में नौकर का रोल निभाया. और अपने अंदाज़ से लोगों को पेट पकड़कर हंसने पर मजबूर किया. आज भी इनकी कॉमेडी देखकर लोग उन्हें याद करते हैं. चलिए आपको  बताते हैं इस शानदार अभिनेता के जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें.

बचपन से था अभिनय का शौक

लक्ष्मीकांत बेर्डे को बचपन से ही अभिनय का शौक था. और तंगहाली में बीता बचपन उन्हें अपने सपने साकार करने से नहीं रोक पाया. वो स्कूल में होने वाले हरनाटक में हिस्सा जरूर लेते थे. यहीं से उन्होंने अभिनय की पहली सीढ़ी चढ़ी. बड़े हुए तो उन्होंने मुंबई में मराठी साथिया संग प्रोडक्शन हाउस सा काम करना शुरू किया.  और कुछ समय बाद वो मराठी सिनेमा से जुड़ गए. उन्होंने कई मराठी फिल्मों में काम किया. 

मराठी फिल्मों में बनाई पहचान

हिंदी फिल्मों से पहले लक्ष्मीकांत मराठी फिल्मों में अपनी पहचान बना चुके थे.  बतौर हीरो नहीं बल्कि मराठी फिल्मों में वह सपोर्टिंग रोल में नजर आते थे . लेकिन देखते ही देखते वह  मराठी सिनेमा की पहचान बन गए. खासतौर से कॉमेडी ज़ोनर में. उन्हें वहां दर्शकों का खूब प्यार मिला. 

‘मैंने प्यार किया’ थी पहली हिंदी फिल्म

जब लक्ष्मीकांत ने मराठी सिनेमा में अपनी अच्छी खासी पहचान बना ली तब  उन्होंने हिंदी  फिल्म इंडस्ट्री का रुख किया.  उनकी पहली बॉलीवुड डेब्यू फिल्म थी - मैंने प्यार किया.  जिसमें वो पहली बार सलमान खान के साथ नज़र आए थे. ये भाग्यश्री की भी पहली फिल्म थी जो बड़ी हिट रही. और इसके बाद लक्ष्मीकांत ने कई हिंदी फिल्मों में काम किया. साजन, अनाड़ी, हम आपके हैं कौन  के साथ-साथ और भी न जाने कितनी ही फिल्मों में लक्ष्मीकांत बेर्डे नज़र आए. इन्हीं फिल्मों के दौरान सलमान खान और लक्ष्मीकांत के बीच बेहद ही प्यार भरा रिश्ता बना. 

ऐसी है निजी जिंदगी

लक्ष्मीकांत ने अभिनेत्री रूही बेर्डे से शादी की थी। दोनों ने एक साथ हम आपके है कौन में काम किया था. लेकिन ये रिश्ता ज्यादा दिनों तक नहीं चला. और वो अलग हो गए. इसके बाद उन्होंने प्रिया अरुण से शादी की और काफी समय तक इस शादी को छिपाया. उनके दो बच्चे भी हुए. 

2004 में हुआ निधन

लक्ष्मीकांत ब्रेर्डे ने बेहद ही कम उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया. साल 2004 में गुर्दे की बीमारी के चलते उनकी मौत हुई. उनके अंतिम संस्कार में मराठी व हिंदी फिल्म इंडस्ट्री से लोग शामिल हुए थे.