हिंदी सिनेमा में दशकों से कलाकार दर्शकों का मनोरंजन करते आ रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे. वक्त बीतता है तो दर्शकों के ज़हन में गुज़रे सितारों की यादें भी धुंधली सी पड़ जाती हैं. वहीं हिंदी सिनेमा की पहली ब्लॉकबस्टर कही जाने वाली फिल्म 'कंगन' की मशहूर एक्ट्रेस लीला चिटनिस भी उन्हीं कलाकारों में से एक हैं.  आपको ये जानकर हैरानी होगी कि लीला चिटनिस वो पहली इंडियन एक्ट्रेस थीं, जिन्होंने साल 1941 में 'लक्स' साबुन के विज्ञापन में काम किया था. तो चलिए आज की इस खास पेशकश में हम आपको लीला चिटनिस के बारे में कुछ दिलचस्प बाते बताते हैं.



लीला चिटनिस की शादी बहुत ही कम उम्र में हो गई थी और वो चार बच्चों की मां बनीं, लेकिन पति के साथ उनकी अक्सर अनबन रहती थी, जिसकी वजह से उनकी शादी लंबी नहीं चली. पति से अलग होने के बाद बच्चों की परवरिश के लिए उन्हें स्कूल टीचर की नौकरी करनी शुरू कर दी. नौकरी के साथ-साथ वो नाटकों में भी काम करने लगी. अब लीला का वक्त भी बदलने वाला था. उन्हें नाटकों में अभिनय के कारण एक फिल्म में एक्स्ट्रा के रूप में काम करने का मौका मिल गया था. इसके बाद उन्हें फिल्म 'जेंटलमैन डाकू' में अपना हुनर दिखाने का मौका मिला. इस फिल्म में वो लड़कों की पोशाक में नजर आई थी, जिसके बाद साल 1936 में फिल्म 'छाया' से उन्हें पहचान मिली. इस फिल्म के बाद ये सिलसिला चलता ही रहा. इतना ही नहीं लीला को महाराष्ट्र की पहली ग्रेजुएट सोसायटी लेडी का तमगा भी मिला.



लीला की अदाकारी से प्रभावित होकर 'बॉम्बे टॉकीज' ने उन्हें सुपरस्टार अशोक कुमार के साथ फिल्म 'कंगन' में काम करने का मौका दिया. इस फिल्म को हिंदी सिनेमा की पहली ब्लॉकबस्टर फिल्म कहा जाता है. फिल्म हिट हुई और साथ ही अशोक कुमार और लीला चिटनिस की जोड़ी भी, जिसके बाद दोनों ने और भी फिल्मों में साथ काम किया. आगे चलकर लीला ने फिल्मों में मां का किरदार भी निभाया. वो पर्दे पर फिल्म 'शहीद' में पहली बार दिलीप कुमार की मां के किरदार में दिखाई दी थीं. लीला चिटनिस को आखिरी बार साल 1987 में आई फिल्म 'दिल तुझको दिया' में देखा गया था, उसके बाद वो फिल्मी दुनिया को छोड़ अपने बड़े बेटे के साथ अमेरिका में जिंदगी गुज़ारने लगी थीं और वहीं उन्होंने अपनी अंतिम सांसे भी लीं.