Leela Mishra Life Story: किरदार लिखना और किरदार को जीना दो अलग बाते हैं. किरदार तो सभी अनूठे और खास होते हैं लेकिन जब कलाकर इन किरदारों को जी जाते हैं तो फिर वो रोल हमेशा के लिए अमर हो जाता है. एक ऐसा ही किरदार लीला मिश्रा (Leela Mishra) ने भी जीया और उसे जीकर वो अमर हो गईं. अगर लीला मिश्रा (Leela Mishra) के नाम को सुनकर भी ना समझ पाए हो कि हम किनकी बात कर रहे हैं तो शोले फिल्म (Sholay Movie) की मौसी जी (Mausi Ji) को याद कर लीजिए. सब कुछ साफ हो जाएगा.
बसंती की वो मौसी जिसने ठुकरा दिया था बसंती (Basanti) के लिए वीरू का रिश्ता और फिर वीरू जा पहुंचा था पानी की टंकी पर...सुसाइड करने के लिए. फिल्म में महज़ चंद मिनटों का ही था लीला मिश्रा का किरदार (Leela Mishra Role) लेकिन उसे ऐसा निभाया कि आज भी शोले फिल्म (Sholay Movie) का जिक्र हो और मौसी जी की याद ना आए ऐसा हो ही नहीं सकता. लीला मिश्रा (Leela Mishra) ने ये किरदार निभाकर इसे यादगार के साथ साथ आइकॉनिक भी बना दिया था.
लीला मिश्रा ने हमेशा निभाए मां, मौसी और नानी के किरदार
बॉलीवुड की दिग्गज और सबसे पुरानी एक्ट्रेस की बात हो तो लीला मिश्रा (Leela Mishra) का नाम हमेशा लिस्ट में शामिल होगा. क्योंकि वो हिंदी सिनेमा से तब ही जुड़ गई थीं जब महिलाओं का फिल्मों मे काम करना अच्छा नहीं समझा जाता था और उस वक्त फिल्मों में महिला कलाकारों की काफी कमी भी थी. लीला मिश्रा (Leela Mishra) को एक्टिंग का ना तो शौक था और ना ही कोई अनुभव लेकिन फिर भी किस्मत उन्हें जैसे तैसे सिनेमा में ले ही आई. लेकिन पहली ही फिल्म में उन्होंने साफ कर दिया था कि वो किस तरह के किरदार निभाना चाहती हैं उन्होंने पर्दे पर किसी भी गैर मर्द संग रोमांस की एक्टिंग तक करने से साफ इंकार कर दिया था. लिहाजा उन्हें मां, मौसी और बाद में नानी के किरदार ऑफर होने लगे और इन किरदारों को उन्होंने प्यार और शिद्दत से ही निभाया.