बॉलीवुड की धक-धक गर्ल के नाम से मशहूर माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) ने अपने करियर में हिंदी सिनेमा को कई सुपरहिट फिल्में दीं. 90 के दशक में माधुरी (Madhuri Dixit) की गिनती टॉप एक्ट्रेस में होती थी. करियर के पीक पर एक्ट्रेस ने शादी करने का फैसला लिया और श्रीराम नेने (Shriram Nene) संग अमेरिका शिफ्ट हो गईं.हालांकि कुछ सालों बाद माधुरी अपने पति और बच्चों के साथ वापस इंडिया आ गईं. फिर से उन्होंने ग्लैमर की दुनिया में कमबैक किया. माधुरी दीक्षित ((Madhuri Dixit) Digital Debut) डिजिटल डेब्यू भी कर चुकी हैं. उनकी वेब सीरीज द फेम गेम रिलीज हो चुकी है. सीरीज के जरिए एक स्टार की नीजी जिंदगी को दिखाने की कोशिश की गई है.
हाल ही में एक इंटरव्यू में माधुरी (Madhuri Dixit) ने बताया कि स्टारडम की वजह से उन पर क्या असर पड़ा.कई स्टार ऐसे होते हैं जिनकी लाइफ बाहर से खुशहाल और ग्लैमरस से भरा होता है, लेकिन उनकी निजी जिंदगी निगेटिविटी से भरी रहती है. हाल ही में एक इंटरव्यू में माधुरी (Madhuri Dixit Interview) से पूछा गया कि क्या स्टारडम की वजह से उन्हें कभी ऐसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ा. तो माधुरी ने कहा कि नहीं वो किस्मत वाली हैं, इस तरफ की परिस्थियां उनके सामने कभी नहीं आई. क्योंकि उनका जन्म मिडिल क्साल फैमिली में हुआ और वैसे ही उनकी परवरिश भी हुई.
माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) ने आगे बात करते हुए कहा कि जब वो फिल्मों में काम कर रही थीं, तब भी उनकी मां उन्हें डांटा करती थीं. माधुरी ने आगे कहा कि अगर मेरे कमरे में गंदगी होती थी तो मां डांटती थी, और मुझे ठीक करने को कहती. तो मुझे ऐसे पाला गया है और ऐसी ही हूं मैं. घर जाने से पहले मैं सबकुछ स्टूडियो में छोड़ देती हूं. घर जाकर मैं बच्चों को देखती हूं और अपने पति को देखती हूं. एक अलग जीवन है ये सिर्फ . खुद को मैंने कभी असल में नहीं खोया है.माधुरी (Madhuri Dixit) का कहना है कि वो कैमरे के लिए किरदार बनती हैं, लेकिन जब घर वापस जाना होता है तो सामान्य व्यक्ति बन जाती हैं, क्यों उन्हें इसी तरह से पाला गया है.
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