जी5 की ये पांच वेब सीरीज है सस्पेंस और थ्रिलर से भरपूर, साबित हो सकती है आपके लिए परफेक्ट एंटरटेनर
कोरोना काल में ओटीटी प्लेटफॉर्म का दायरा काफी बढ़ा है. ऐसे में घर बैठे आप अपने पसंदीदा कंटेंट का आनंद उठा सकते हैं. जी5 पर भी ऐसी कई वेब सीरीज हैं जो आपको खूब एंटरटेन करेंगी.
कोरोना काल में ओटीटी प्लेटफॉर्म लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हुआ. ऐसे में आए दिन ओटीटी पर कुछ बेव सीरीज और फिल्में रिलीज होती रहती हैं. यही वजह है कि ओटीटी प्लेटफॉर्म पर दर्शकों को एक साथ बहुत सारे ऑप्शन मिल जाते हैं. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि अगर आप सस्पेंस, थ्रिल और क्राइम कंटेंट देखने के शौकीन हैं, तो जी 5 पर मौजूद इन पांच वेब सीरीज को अपनी लिस्ट में शामिल कर सकते हैं
माफिया
माफिया एक मिस्ट्री थ्रिलर सीरीज है,जो छह दोस्तों के इर्द-गिर्द घूमती है. सीरीज में दिखाया गया है कि कॉलेक के कई सालों बाद ये सभी दोस्त मधुपुर के जंगलों में एक बार फिर से मिलते हैं. सीरीज में इन दोस्तों के री-यूनियन को 8 एपिसोड में दिखाया गया है. इस सीरीज को बिरसा दासगुप्ता ने निर्देशित किया है.
रंगबाज
रंगबाज में आपको 90 के दशक के गोरखपुर की कहानी देखने को मिलेगी. जिसमें गोरखपुर की देहाती पृष्ठभूमि पर रंगबाज अपराध, खून, वासना और गंदी राजनीति के रंग को बखूबी दिखाया गया है.बता दें जी5 पर सबसे ज्यादा देखी जाने वाली सीरीज का भी इसे अवार्ड मिल चुका है. सीरीज में गुमरा होने वाले युवाओं की कहानी दिखाई गई है, साथ ही ये दिखाने की कोशिश की गई है कि कोई भी व्यक्ति अपराधी पैदा नहीं होता है. बल्कि उसके हालात उसे अपराधी बनने पर मजबूर कर देते हैं. इस सीरीज के दो सीजन रीलीज हो चुके हैं.
काली
काली में एक ऐसी अकेली मां की कहानी को दिखाया गया है, जो मालिश करने का काम किया करती है. लेकिन उसे अपने बेटे की सर्जरी के लिए पैसे जुटाना होता है, ऐसे में वो खतरनाक अपराध में शामिल हो जाती है. इस सीरीज को परमब्रेत चट्टोपाध्याय ने निर्देशित किया है.
अभय
जी5 के इस वेब सीरीज में कुणाल खेमू अहम भूमिका में है. इस सीरीज में साल 2006 में उत्तर प्रदेश में हुई सच्ची घटना पर आधारित है. ये सीरीज आपका दिल दहला देगा, इसमें एक्शन और ड्रामा का भरपूर मिश्रण देखने को मिलेगा.अभी तक इस सीरीज के तीन सीजन रिलीज किए जा चुके हैं.
बिच्छू का खेल
इस सीरीज को बनारस की पृष्ठभूमि पर बनाई गई है. बिच्छू का खेल सीरीज दो लोगों के ईर्द-गिर्द घूमती हुई नजर आएगी. सीरीज में दो ऐसे लोगों की कहानी दिखाई गई है जो दिन में मिष्ठान भंडार में काम करते हैं. लेकिन रात होते ही वो छोटे-मोटे लुटेरों में बदल जाते हैं. आगे चलकर एक की मौत हो जाती है, जिसके बारे में दूसरा पता लगाने निकलता है.
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