बॉलीवुड में एक से बढ़कर एक प्लेबैक सिंगर्स हुए हैं और सबकी अपनी एक अलग ही कहानी होती है. ऐसे ही एक प्लेबैक सिंगर थे महेंद्र कपूर जिनके गाए देशभक्ति से ओत-प्रोत गाने आज भी लोगों के दिलो दिमाग में गहरी पैठ लिए हुए हैं. महेंद्र कपूर के सिंगिंग करियर की शुरुआत एक म्यूजिक कॉन्टेस्ट के जरिए हुई थी. इस कॉन्टेस्ट में जीतने के बाद महेंद्र कपूर को फिल्म ‘नवरंग’ में गाना गाने का अवसर प्राप्त हुआ था.
इस फिल्म में महेंद्र कपूर द्वारा गाए गाने ‘आधा है चंद्रमा रात आधी’ ज़बरदस्त हिट हुआ था जिसने रातों-रात उन्हें स्टार बना दिया था. यह फिल्म महेंद्र कपूर के लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुई जिसके बाद उन्होंने पीछे पलटकर नहीं देखा. महेंद्र कपूर ने अपने सिंगिंग करियर में यूं तो एक से बढ़कर एक गाने गाए थे लेकिन उन्हें प्रसिद्धि मिली देशभक्ति गीतों जैसे, ‘मेरे देश की धरती सोना उगले’, ‘भारत का रहने वाला हूं, भारत की बात सुनाता हूं’ आदि गानों से. यह गाने मनोज कुमार पर फिल्माए गए थे और सुपरहिट थे.
आपको बता दें कि सिंगर महेंद्र कपूर को मनोज कुमार अपने लिए लकी मानते थे. इस बात का सबूत है 1968 में आई फिल्म ‘आदमी’. इस फिल्म के एक गाने, “कैसी हसीन आज बहारों की रात है” का कुछ हिस्सा दिलीप साहब और कुछ हिस्सा जिसके बोल थे, “ओ देने वाले तूने तो कोई कमी ना की, किसको क्या मिला ये मुकद्दर की बात है” मनोज कुमार पर फिल्माया जाना था.
दिलीप साहब वाला हिस्सा तो मोहम्मद रफ़ी गाने वाले थे लेकिन मनोज कुमार वाली लाइन्स तलत महमूद के हिस्से थीं. बताया जाता है कि मनोज कुमार को जब यह बात पता चली तो उन्होंने फिल्म के मेकर्स से काफी मान मुनव्वल करके तलत महमूद की जगह महेंद्र कपूर से वह लाइन्स की सिंगिंग करवाई थी. बहरहाल, सन 1972 में महेंद्र कपूर को भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया था. वहीं, 27 सितंबर 2008 को दिल का दौरा पड़ने से महेंद्र कपूर का निधन हो गया और इसतरह देश ने सिंगिंग का एक नवरत्न हमेशा - हमेशा के लिए खो दिया.