90 का दशक बॉलीवुड के लिए एक ऐसा दौर था, जो आज भी सिनेप्रेमियों के दिलों को खुश कर देता है. इस दौरान कई खूबसूरत और प्रतिभाशाली अभिनेत्रियों ने सिल्वर स्क्रीन पर अपनी पहचान बनाई थी. इनमें मनीषा कोइराला और कपूर परिवार की लाडली करिश्मा कपूर शामिल थीं. वहीं मनीषा नें अपने फिल्मी करियर की शुरुआत सुभाष घई की फिल्म सौदागर से की थी. फिल्म हिट रही. वहीं साल 1942 में आई फिल्म ‘लव स्टोरी’ अच्छा प्रर्दशन नहीं दे पाई. हालांकि इस फिल्म में मनीषा के अभिनय को काफी सराहा गया था.
उसके बाद मनीषा ने बॉम्बे, अकेले हम अकेले तुम जैसी फिल्मों के जरिए इंडस्ट्री में खुद को स्थापित किया. मनीषा को बॉलीवुड में खास पहचान फिल्म अग्निसाक्षी से मिली थी. फिर उसके बाद फिल्म 'खामोशी द म्यूजिकल' में नाना पाटेकर ने मनीषा के पिता का किरदार निभाया था और मनीषा उन्हें डेट करने की वजह से चर्चा में आ गई थीं. इसके बाद मनीषा ने नेपाली बिजनेसमैन सम्राट दहल से शादी की लेकिन दो साल के अंदर ही उनका तलाक हो गया.
करिश्मा की बात करें तो उन्होंने 1992 में आई 'प्रेम कैदी' जैसी फ्लॉप फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू किया था. हालांकि इसके बाद राजा बाबू, कुली नंबर 1, साजन चले ससुराल जैसी हल्की-फुल्की फिल्मों ने उनके करियर को रफ्तार दी. करिश्मा को फिल्म राजा हिंदुस्तानी से पहचान मिलनी शुरु हुई. जो साल 1996 में रिलीज़ हुई थी. करिश्मा कपूर को इस फिल्म के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला था. मनीषा की तरह करिश्मा की निजी जिंदगी भी परेशानियों से भरी रही. साल 2003 में अभिषेक बच्चन से उनकी सगाई टूट गई और 2003 में उन्होंने बिजनेसमैन संजय कपूर से शादी कर ली, लेकिन 2016 में दोनों का तलाक हो गया.