धर्मेंद्र की जिंदगी की कहानी मीना कुमारी के जिक्र के बिना पूरी नहीं हो सकती. ऐसा कहा जाता है कि मीना कुमारी के स्टारडम के सहारे ही धर्मेंद्र ने हिंदी सिनेमा में अपना एक अलग मुकाम हासिल किया था. मीना कुमारी ये जानते हुए भी कि धर्मेंद्र न केवल शादीशुदा हैं बल्कि चार बच्चों के पिता भी हैं, उनसे बेहद प्यार करने लगी थीं. आखिर क्या है धर्मेंद्र और मीना कुमारी के प्यार की सच्चाई ये आपको हम अपनी इस स्पेशल स्टोरी में बताने जा रहे हैं. बहुत ही कम लोगों को इस बात का पता होगा कि धर्मेंद्र और मीना कुमारी की भी फिल्म इंडस्ट्री में एक प्रेम कहानी है.
धर्मेंद्र और मीना कुमारी की पहली मुलाकात साल 1967 में आई ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म मझली दीदी के सेट पर हुई थी. धर्मेंद्र और मीना कुमारी को एक-दूसरे के नजदीक लाने में शराब और शायरी का बड़ा योदगान था. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो दोनों घंटो शराब पिया करते थे और शेरो शायरी करते थे. इसी दौरान सच्चे प्यार की तलाश में जुटी ट्रेजडी क्वीन मीना कुमारी का दिल कब धर्मेंद्र का हो गया उनको पता ही नहीं चला. इस रोमांस का फायदा ये हुआ की मीना कुमारी अपनी फिल्मों में धर्मेंद्र को लेने की जिद्द करने लगी थीं और धर्मेंद्र के पास फिल्मों की लाइन लग गई.
कई सालों के बाद हर किसी को मीना कुमारी और धर्मेंद्र के रिश्ते के बारे में पता चल चुका था. फिर जब साल 1966 में आई फिल्म 'फूल और पत्थर' से धर्मेंद्र स्टार बन गए तो उनके पास वक्त की कमी रहने लगी. इसी वजह से मीना कुमारी और धर्मेंद्र का रिश्ता कमजोर पड़ने लगा. जैसे-जैसे धर्मेंद्र अपने करियर में आगे बढ़े वैसे-वैसे वो मीना कुमारी से दूर होते गए.