मुम्बई: लॉकडाउन में बंद सिनेमाघरों के चलते अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना स्टारस फिल्म 'गुलाबो सिताबो' सीधे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज होने जा रही है, पहले इसे लेकर विवाद हुआ.अब 'गुलाबो सिताबो' पर किसी और की कहानी चुराने का इल्जाम लगा है, जिससे एक नया विवाद पैदा हो गया है.
'गुलाबो सिताबो' की लेखिका जूही चतुर्वेदी पर पर फिल्म की कहानी को चुराने का इल्जाम लगा है. जूही पर कहानी चुराने का इल्जाम अकीरा अग्रवाल ने लगाया है, जो दिवंगत लेखक राजीव अग्रवाल के बेटे हैं और अकीरा का कहना है कि उनके पिता की लिखी स्क्रिप्ट को चुराकर फिल्म बनायी गयी है.
एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए अकीरा अग्रवाल के वकील रिजवान सिद्दीकी ने कहा, '2018 में दिवंगत राजीव अग्रवाल ने स्क्रीन राइटर्स एसोसिएशन (SWA) द्वारा आयोजित 'सिनेस्तान इंडियाज स्टोरीटेलर स्क्रिप्ट कंटेस्ट' में हिस्सा लिया था और मार्च 2018 में प्रतियोगिता के तहत अपनी कहानी सौंपी थी. जूही चतुर्वेदी भी इस प्रतियोगिता की एक जूरी मेम्बर थीं. बाद में इस कहानी को शॉर्टलिस्ट किया गया और 28 जून, 2018 को फिल्म की फाइनल स्क्रिप्ट सौंप दी गयी थी. ऐसे में जूही चतुर्वेदी समेत सभी जूरी सदस्यों को इस स्क्रिप्ट के बारे में पूरी जानकारी थी."
रिजवान ने आगे बताया कि उनके क्लायंट अकीरा ने जब 'गुलाबो सिताबो' का ट्रेलर देखा तो वो इसे देखकर काफी शॉक हो गये क्योंकि फिल्म की कहानी, थीम और पृष्ठभूमि सबकुछ अकीरा के पिता राजीव अग्रवाल की लिखी स्क्रिप्ट से काफी मेल खा रही थी.
रिजवान ने कहा कि सभी जूरी मेम्बर की राजीव अग्रवाल की स्क्रिप्ट तक पहुंच थी, ऐसे में जूरी सदस्यों के अलावा किसी बाहरी व्यक्ति को कहानी की खासियतों के बारे में पता चलने का सवाल ही नहीं उठता है. रिजवान ने यह भी कहा कि उन्होंने जूही को स्क्रीन राइटर्स एसोसिएशन को इस मामले में दखल देने के लिए कहा और अपनी स्क्रिप्ट दिखाने के लिए. मगर उन्होंने अपनी स्क्रिप्ट भी नहीं दिखाई और इस बात से भी इनकार किया कि उन्होंने राजीव अग्रवाल की स्क्रिप्ट कभी देखी भी थी, जो कि सरासर झूठ है, बाद में एसोसिएशन ने जूही के पक्ष में अपना फैसला सुना दिया. रिजवान सवाल उठाते हुए कहते हैं, "खुद एसोसिएशन की ओर से इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. ऐसे में जूही के पक्ष में सुनाए गये उनके फैसले पर कैसे यकीन किया जा सकता है? हमें बाद में पता चला कि इस प्रतियोगिता से खुद स्क्रीन राइटर्स एसोसिएशन का गहरा नाता था."
रिजवान कहते हैं कि पिछले 12 दिनों में उन्होंने खुद भी जूही को कई दफा कॉल करके अपनी स्क्रिप्ट दिखाने के लिए कहा, मगर उन्होंने अब तक ऐसे नहीं किया है और न ही उनकी तरफ से कोई संतोषजनक जवाब मिला है. रिजवान ने कहा कि ऐसे में वे सोमवार को 'गुलाबो सिताबो' की लेखिका और फिल्म के मेकर्स के खिलाफ मुम्बई के दिंडोशी कोर्ट में केस फाइल करेंगे और स्क्रीन राइटर्स एसोसिएशन को भी इसमें पार्टी बनाएंगे."
इस बीच, 'गुलाबो सिताबो' बनानेवाली कंपनी 'राइजिंग सन फिल्म्स' ने इस मामले में अपनी सफाई देते हुए एबीपी न्यूज़ को जारी किये एक बयान में कहा, "जूही की कहानी 2018 में ही रजिस्टर कर ली गयी थी. इसके अलावा, उन्हें कथित रूप से चुराई गयी स्क्रिप्ट की कोई कॉपी कभी मिली ही नहीं. स्क्रिप्ट राइटिंग की प्रतियोगिता को आयोजित करनेवाले आयोजकों ने भी इसकी स्वतंत्र रूप से पुष्टि कर दी है. 29 मई को स्क्रिप्ट राइटर्स एसोसिएशन ने भी जूही के पक्ष में फैसला सुनाया था."
बयान में आगे कहा गया है, "नोटिस को प्रेस में जारी कर और सोशल मीडिया के जरिए परेशान कर जूही और फिल्म को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है. हमें अपनी फिल्म में पूरा विश्वास है. ऐसे समय में जब हमने सीधे तौर पर ओटीटी प्लेटफॉर्म पर फिल्म रिलीज करने का साहसी फैसला किया है, तो अनावश्यक रूप से विवाद पैदा करने की कोशिश की जा रही है."
एबीपी न्यूज़ ने 'गुलाबो सिताबो' की स्क्रिप्ट, स्क्रीनप्ले और डायलॉग लिखनेवाली जूही चतुर्वेदी का पक्ष जानने के लिए उन्हें कई बार फोन किया, मगर खबर लिखे जाने तक उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला था.