इस इंटरव्यू के दौरान नोरा ने कहा था कि कनाडा से भारत आते समय उनके मन में कई गलतफहमियां थीं. नोरा को लगता था कि भारत आते ही उन्हें लेने के लिए एक लिमोजीन कार आएगी, जिसके साथ एक बटलर होगा, फिर उन्हें एक सुइट में ले जाया जाएगा. नोरा यह भी कल्पना कर रहीं थीं कि वह इसी लिमोजीन कार से फिल्मों के ऑडिशन देने के लिए भी जाया करेंगी.
हालांकि, नोरा के अनुसार उनका यह भ्रम तब टूटा जब वह भारत पहुंचीं. नोरा को यहां आकर ना सिर्फ रिजेक्शन बल्कि बुलिंग का भी सामना करना पड़ा था. नोरा के अनुसार भारत आते ही उनका अनुभव कुछ ऐसा था जैसे किसी ने उन्हें चांटा मार दिया हो.
नोरा ने इस इंटरव्यू के दौरान ऑडिशन से जुड़ा एक किस्सा भी साझा किया था. नोरा के अनुसार, उन्हें ऑडिशन में बुलाकर कास्टिंग डायरेक्टर हिंदी में स्क्रिप्ट पढ़ने के लिए देते और सबके सामने उनकी हिंदी का मज़ाक उड़ाते और बेइज्जती करते थे. आपको बता दें कि शुरूआती दौर में नोरा हिंदी में माहिर नहीं थीं. बहरहाल, आज नोरा इंडस्ट्री में एक जाना-माना नाम हैं. बात यदि प्रोफेशनल फ्रंट की है तो नोरा जल्द ही अजय देवगन के साथ फिल्म 'भुज : द प्राइड ऑफ़ इंडिया' में नज़र आएंगी. ख़बरों की मानें तो नोरा ने इस फिल्म में एक जासूस का किरदार निभाया है.