मुम्बई: तमाम तरह के इल्जामों से जूझ रही सुशांत सिंह राजपूत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती पर सुशांत के घर काम करनेवाले पूर्व कर्मचारियों ने यह भी आरोप लगाया था कि रिया ने ही घर के कई स्टाफ्स को हटाने में अहम भूमिका निभाई थी. कई पूर्व कर्मचारियों ने भी एबीपी न्यूज़ के कैमरे पर इस तरह की बातें कहीञ थीं.
लेकिन एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत करते हुए सुशांत के पूर्व बॉडीगार्ड नवीन दलवी ने खुलासा करते हुए बताया कि खु्द सुशांत सिंह राजपूत ने भी एक साथ 9 लोगों को काम से हटाया था और उस वक्त रिया के साथ उनका अफेयर नहीं चल रहा था. हटाये गये लोगों में नवीन समेत उनके चार निजी सुरक्षाकर्मी, एक पर्सनल अटेंडेंट, 3 ड्राइवर और एक मैनेजर का भी शुमार है.
नवीन दलवी के मुताबिक, यह साल 2019 में जनवरी महीने की बात है, जब एक साथ इतने लोगों को फिर से काम पर नहीं आने के लिए कहा गया था. नवीन कहते हैं उनकी तरह ही बाकी 3 सुरक्षाकर्मियों को भी एक सुरक्षा एजेंसी के माध्यम से रिक्रूट किया गया था, मगर न तो एजेंसी और न ही सुशांत के मैनेजर ने हमें हटाये जाने का कोई कारण बताया. नवीन समेत चारों सुरक्षाकर्मियों ने अक्टूबर, 2018 में सुशांत के साथ जुड़े थे और अगले 4 महीने में ही उन सभी बाय बाय कर दिया गया था.
नवीन दलवी ने बताया कि जब तक वो सुशांत के बॉडीगार्ड थे, तब तक उन्होंने कभी भी सुशांत सिंह राजपूत को डिप्रेशन में अथवा परेशान नहीं देखा. वो कहते हैं कि सुशांत हमेशा से ही एक जिंदाजिल, खुशमिजाज और खुद को बिजी रखनेवाले इंसान थे. नवीन ने कहा, "सुशांत ने अपने लिए 50 ख्वाहिशों की लिस्ट बनाई थी और वो पूरी किये बगैर वो इस दुनिया से कैसे जा सकते हैं. मुझे आज भी नहीं लगता है कि उन्होंने खुदकुशी की होगी".
सुशांत सिंह राजपूत की दरियादिली की मिसाल देते हुए नवीन ने हमें दो वाकये बताये. " नवीन कहते हैं, "2018 में एक दिन मुझे कहा गया कि मैं एक जोड़ी कपड़े रख लूं, हमें हैदराबाद जाना है. वहां पहुंचने के बाद भी मुझे नहीं बताया गया कि आखिर हम कहा जा रहे हैं. झुग्गियों के बीचे से होते हुए हम एक इमारत में पहुंचने पर मुझे पता चला कि सुशांत 5 साल के एक कैंसर पीड़ित बच्चे से मिलने वहां पहुंचे हुए हैं. सुशांत ने उस बच्चे के इलाज के लिए आर्थिक मदद की थी. उस वक्त सुशांत एक बॉक्स में उस कैंसर पीड़ित बच्चे के लिए इतने सारे खिलौने अपने साथ ले गये थे कि खिलौनों से उस बच्चे का घर भर गया था."
उल्लेखनीय है कि सोशाल मीडिया के जरिए उस बच्चे के मां-बाप ने बच्चे के इलाज के जरिए लोगों से मदद की गुहार लगाई थी और सुशांत से भी इंस्टाग्राम पर मदद मांगी थी. नवीन कहते हैं, "सुशांत ने यह सब पब्लिसिटी के लिए नहीं किया था और इसीलिए किसी को भी इसके बारे में पता नहीं लगने दिया."
एक दूसरा वाकया सुनाते हुए नवीन ने कहा, "अक्सर सेलिब्रिटीज अपने जन्मदिन के दिन बड़ी पार्टियां देते हैं और खूब एंजॉय करते हैं, लेकिन सुशांत ने बांद्रा इलाके में ही स्थित एक वृद्धा आश्रम में अपना जन्मदिन मनया था और लोगों को शॉल आदि चीजें बांटी थीं और वहां पर काफी समय गुजारा था."