OTT पर बढ़ते अश्लील कंटेंट को लेकर सरकार सख्त, Anurag Thakur बोले- 'क्रिएटिविटी के नाम पर गाली-गलौज बर्दाश्त नहीं'
Anurag Thakur: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने साफ-साफ कह दिया है कि अब ओटीटी पर क्रिएटिविटी के नाम अश्लीलता और गाली-गलौज बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि इसे लेकर सरकार गंभीर है.
Anurag Thakur On OTT: ओटीटी पर इन दिनों काफी बोल्ड कंटेंट की बाढ़ आई हुई है. कई ओटीटी के शोज और सीरीज में वल्गैरिटी से लेकर गाली-गलौज की भी काफी भरमार है. जिसका बच्चों पर काफी बुरा प्रभाव भी पड़ रहा है इसे देखते हुए अब केंद्रीय सरकार ने मोर्चा संभाल लिया है. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने साफ-साफ कह दिया है कि ओटीटी पर क्रिएटिविटी के नाम पर गाली-गलौज और अश्लीलता अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
क्रिएटिविटी के नाम पर अश्लीलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी
अनुराग ठाकुर ने नागपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा,“क्रिएटिविटी के नाम पर अपमानजनक भाषा बर्दाश्त नहीं की जाएगी. ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर गाली-गलौज और अश्लील कंटेंट बढ़ने की शिकायतों को लेकर सरकार गंभीर है. अगर इस बारे में नियमों में कोई बदलाव करने की जरूरत है तो मंत्रालय उस पर विचार करने को तैयार है.” उन्होंने आगे कहा कि 'इन प्लेटफॉर्म्स को क्रिएटिविटी की आजादी दी गई थी, अश्लीलता की नहीं.' उन्होंने कहा, 'इस पर जो भी जरूरी कार्रवाई करने की जरूरत होगी, सरकार इससे पीछे नहीं हटेगी.'
क्रिएटिविटी के नाम पर गाली गलौज, असभ्यता बर्दाश्त नहीं की जा सकती।
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) March 19, 2023
ओटीटी पर बढ़ते अश्लील कंटेंट की शिकायत पर सरकार गंभीर है।अगर इसको लेकर नियमों में कोई बदलाव करने की ज़रूरत पड़ी तो @MIB_India उस दिशा में भी पीछे नहीं हटेगा। अश्लीलता, गाली गलौज रोकने के लिए कड़ी कार्यवाई करेगा। pic.twitter.com/6pOL66s88L
कुछ सालों में शिकायतों की संख्या बढ़ी है
अनुराग ठाकुर ने कहा, “अब तक का प्रोसेस ये है कि मेकर्स को पहले लेवल पर प्राप्त शिकायतों का समाधान करना होता है. लगभग 90 प्रतिशत से 92 प्रतिशत शिकायतों का सॉल्यूशन उनके द्वारा जरूरी बदलाव करके किया जाता है. शिकायत समाधान का अगला लेवल उनके सहयोग के स्तर पर होता है. जहां ज्यादातर शिकायतों का समाधान किया जाता है. लास्ट में शासन स्तर की बात आती है, जहां डिपार्टमेंट कमेटी के लेवल पर नियमानुसार कार्यवाही की जाती है.लेकिन पिछले कुछ सालों में शिकायतों की संख्या बढ़ी है और विभाग इसे काफी गंभीरता से ले रहा है. अगर हमें इसमें कुछ बदलाव करने हैं तो हम इस पर गंभीरता से विचार करेंगे.'