Sakal Ban Meaning: संजय लीला भंसाली की अपकमिंग वेब सीरीज 'हीरामंडी' का दर्शक लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं. अब दर्शकों का ये इंतजार आखिरकार खत्म होने वाला है और 'हीरामंडी' 1 मई, 2024 को नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम होने के लिए तैयार है.


'हीरामंडी' को ओटीटी पर स्ट्रीम किए जाने से पहले मेकर्स अब तक इसके तीन गाने रिलीज कर चुके हैं. इनमें 'सकल बन, तिलस्मी बाहें और आजादी शामिल हैं. इन तीनों में 'सकल बन' सबसे ज्यादा चर्चा में रहा है. ये गाना 9 मार्च, 2024 को रिलीज किया गया था और तब से ही लोग इस गाने का मतलब जानने के लिए बेताब हैं.


800 पहले ही लिखा गया था सकल बन गाना
'सकल बन' गाने को राजा हसन ने अपनी आवाज दी है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि ये 2 मिनट 45 सेकेंड का ये गाना आज से 800 साल पहले ही लिखा जा चुका था. इस गाने को 14वीं सदी के आला दर्जे के इंडो-फारसी सूफी गायक और कवि अमीर खुसरो ने लिखा था.


हीरामंडी 'सकल बन' गाना (Heeramandi Sakal Ban Song)
ऐ सकल बन
सकल बन फूल रही सरसों
सकल बन फूल रही सरसों
सकल बन
अंबवा फूटे टेसू फूले
अंबवा फूटे टेसू फूले
गोरी करत श्रृंगार
मलानिया गढ़वा ले आई करसन
सकल बन फूल रही सरसों
सकल बन फूल रही सरसों
सकल बन
तरह तरह के फूल मंगाए
तरह तरह के फूल मंगाए
गढ़वा हथन में आए
गढ़वा हथन में आए
निजामुद्दीन के दरवाजे पर
मेरे निजामुद्दीन के दरवाजे पर
ओह मोहे आवन कह गए
आशिक रंग और बीत गए बरसों
सकल बन फूल रही सरसों
सकल बन फूल रही सरसों
सकल बन


क्या है 'सकल बन' गाने का मतलब? (Sakal Ban Song Meaning)
'सकल बन' गाने का मतलब है कि हर खेत में पीली सरसों लहलहा रही है, आम की कलियां खिल रही हैं, कोयल डाल-डाल पर चहचहा रही है और लड़की श्रृंगार कर रही है. माली-लड़कियां फूलों के गुलदस्ते लेकर आई हैं. सभी तरह-तरह के रंग-बिरंगे फूल लेकर आ रहे हैं. लेकिन वो महबूब जिसने ये वादा किया था कि वो वसंत के मौसम में निजामुद्दीन के दर पर आएगा, वो नहीं आया. कई साल बीत चुके हैं और हर खेत में पीली सरसों लहलहा रही है.


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