IC 814: सीरीज पर हो रहे विवाद के बीच मेकर्स की पकड़ी गई दो और गलतियां, असली पायलट ने किया खुलासा
IC 814: ‘आईसी 814 कंधार हाईजैक’ सीरीज रिलीज के बाद से ही आलोचना झेल रही है. पहले मेकर्स ने आतंकियों के नाम से छेड़छाड़ की तो वहीं अब मेकर्स की दो और गलतियों का खुलासा हुआ है. चलि
IC 814: नेटफ्लिक्स सीरीज ‘आईसी 814 कंधार हाईजैक’ अपनी रिलीज के बाद से ही विवादों में घिरी हुई है. ये सीरीज दिसंबर 1999 के कंधार अपहरण पर बेस्ड है. इसे अनुभव सिन्हा ने निर्देशित किया है. सीरीज में आतंकवादियों के नामों को गैर-मुस्लिम नामों में बदलने को लेकर काफी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. सीरीज पर बैन लगाने की भी मांग हो रही है. इन सबके बीच कैप्टन देवी शरण जो अगवा हुए विमान के रीयल पायलट थे उन्होंने अब इस सीरीज में मेकर्स की दो गलतियों का खुलासा किया है.
रियल पायलट ने पकड़ी IC 814 सीरीज की दो गलतियां
बता दें की सीरीज में पायलट देवी शरण का किरदार एक्टर विजय वर्मा ने निभाया है. वहीं देवी शरण ने द टेलीग्राफ को दिए इंटरव्यू में खुलासा किया कि मेकर्स ने आतंकियों के नाम ही नहीं बल्के बल्कि उन्होंने दो और गलतियां की हैं. देवी शरण ने बताया कि, “ पहली गलती ये है कि सीरीज में दिखाया गया है कि विदेश मंत्री (विदेश मंत्री जसवन्त सिंह) हमें सैल्यूट करते हैं लेकिन उन्होंने रियल में हमें सैल्यूट नहीं किया था. उन्होने बस इसशारे से हमारे प्रयासों की तारीफ की थी.”
देवी शरण ने आगे कहा, “सीरीज में दूसरी गलती ये है कि मैंने प्लंबिंग लाइनें खुद ठीक नहीं कीं. उन्होंने (तालिबान अधिकारियों ने) एक वर्कर भेजा था. मैं उसे एयरक्राफ्ट होल्ड में ले गया क्योंकि उसे नहीं पता था कि लाइनें कहां हैं.'
‘आईसी 814: कंधार हाईजैक’ रियल घटना पर बेस्ड है
बता दें कि ‘आईसी 814: कंधार हाईजैक’ दिसंबर 1999 में भारत जाने वाली एक उड़ान के दर्दनाक अपहरण पर आधारित है. इस फ्लाइट ने काठमांडू से उड़ान भरी थी और नई दिल्ली की ओर जा रही थी. इसी दौरान इसे हाईजैक कर लिया गया था. यात्रियों और क्रू को सात दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया था. अपहर्ताओं ने तीन हाई-प्रोफाइल आतंकवादियों मौलाना मसूद अज़हर, अहमद उमर सईद शेख, और मुश्ताक अहमद ज़रगर की रिहाई की मांग की थी. बातचीत के परिणामस्वरूप बंधकों की रिहाई के बदले में तीन आतंकवादियों को रिहा कर दिया गया था. इस अपहरण में एक की मौत हो गई.
‘आईसी 814: कंधार हाईजैक’ का हो रहा विरोध
वहीं सीरीज में निर्माताओं द्वारा अपहरणकर्ताओं के नामों के साथ छेड़छाड़ करने के चलते इसे काफी आलोचना झेलनी पडड रही है. सीरीज को मिल रहे विरोध को देखते हुए नेटफ्लिक्स के एक प्रतिनिधि को 2 सितंबर को सरकार द्वारा नई दिल्ली तलब किया गया था.
ये भी पढ़ें: AP Dhillon Home Firing: फायरिंग की घटना के बाद एपी ढिल्लों ने तोड़ी चुप्पी, पोस्ट में लिखा- 'मैं सेफ हूं....'