KWK8: कभी एक-दूसरे से बात तक नहीं करती थीं Kajol और Rani Mukerji, फिर इस हादसे के बाद बेस्ट फ्रेंड बन गईं दोनों बहनें
Koffee With Karan 8: हाल ही में काजोल और रानी मुखर्जी करण जौहर के चैट शो 'कॉफी विद करण 8' में एक साथ दिखाई दीं. इस दौरान एक्ट्रेसेस ने अपने रिश्ते और बॉन्ड पर खुलकर बात की.
Koffee With Karan 8: काजोल और रानी मुखर्जी का नाम 90 के दशक की टॉप एक्ट्रेसेस में शुमार किया जाता है. दोनों ने शाहरुख खान के साथ फिल्म 'कुछ कुछ होता है' में काम किया था. इसके अलावा काजोल स्टारर 'कभी खुशी कभी गम' में भी रानी मुखर्जी का स्पेशल अपीयरेंस था. बहुत कम लोग जानते हैं कि काजोल और रानी मुखर्जी न सिर्फ को-स्टार्स हैं ब्लकि चचेरी बहनें भी हैं. दरअसल रानी मुखर्जी और काजोल के दादा आपस में सगे भाई थे.
हाल ही में काजोल और रानी मुखर्जी करण जौहर के चैट शो 'कॉफी विद करण 8' में एक साथ दिखाई दीं. इस दौरान एक्ट्रेसेस ने अपने रिश्ते और बॉन्ड पर खुलकर बात की. रानी मुखर्जी ने खुलासा किया कि अपने करियर के शुरूआती दिनों में वे काजोल से ज्यादा ऐश्वर्या राय से क्लोज थीं, जबकि काजोल उनकी कजिन थीं. वहीं काजोल ने अपनी और रानी के बीच की रही उस दूरी को ऑर्गैनिक बताया.
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'यह महज एक ऑर्गैनिक दूरी थी...'
करण जौहर कहते हैं कि यह सोचकर भी उन्हें हैरानी होगी कि यह कैसी फैमिली है जो एक दूसरे से बात तक नहीं करते. इसपर काजोल कहती हैं, 'असल में ऐसा कुछ नहीं है. यह महज एक ऑर्गैनिक दूरी थी. जहां तक काम का सवाल है, यह ज्यादा अहम है कि हम दोनों को वह जगह पसंद आई जहां हम थे.' इसके बाद रानी मुखर्जी ने कहा, 'क्योंकि मैं उन्हें बचपन से जानती हूं और वह मेरे लिए काजोल दीदी थीं तो यह थोड़ा अजीब था.'
काजोल की बहन तनीषा के करीब थीं रानी मुखर्जी
रानी आगे कहती हैं, 'मुझे लगता है कि जब आप अलग हो जाते हैं तो आपको असल में इसकी वजह नहीं पता होती है क्योंकि आप अक्सर नहीं मिलते हैं. काजोल दीदी शहर में रहती थीं और हम जुहू में थे. मैं और तनीषा बहुत करीब थे और अब भी हैं. लेकिन काजोल दीदी हमेशा फैमिली के लड़कों के करीब थीं. तो यह थोड़ा अजीब था.'
पिता के निधन के बाद दोस्त बने काजोल-रानी!
अब सवाल यह है कि इस दूरी के बीच दोनों बहनों की दोस्ती कैसी हुई? तो इसपर काजोल ने बताया कि उनके पिता के निधन के बाद ही वे और रानी करीब आए. रानी कहती हैं, 'एक फैमिली में जब आप अपने करीबियों को खो देते हैं. जब आप मुश्किल वक्त और नुकसान से गुजरते हैं, तभी हर कोई करीब आता है. मैं काजोल के पिता (शोमू मुखर्जी) के करीब थी.'