Mirzapur Quick Recap: मिर्जापुर 3 रिलीज के लिए तैयार है. 5 जुलाई से अमेजन प्राइम पर मिर्जापुर 3 स्ट्रीम हो जाएगी. शो के पिछले दो सीजन को फैंस ने भर-भरकर प्यार दिया था. दोनों सीजन के सभी कैरेक्टर्स को भी काफी पसंद किया गया था. दोनों सीजन में ही काफी वायलेंस भी देखने को मिला था. 


अब जब तीसरा सीजन आने वाले है तो इससे पहले आइए एक बार याद करते हैं पिछले दो सीजन की कहानी...शो में हर किसी को मिर्जापुर की गद्दी चाहिए. फिलहाल मिर्जापुर की कुर्सी पर कालीन भैया (पंकज त्रिपाठी) बैठे हैं.


जानिए मिर्जापुर के पहले सीजन की कहानी


शो की शुरुआत में ही मुन्ना भैया (दिव्येंदु शर्मा) का खूनी चेहरा देखने को मिल गया था. अब चाहे वो किसी बारात में जाकर दूल्हे को गोली मार देना हो या एक वकील के घर में घुसकर उसे केस न लड़ने की धमकी देना हो. मुन्ना भैया हर वो काम करता है तो गैरकानूनी है. सीरीज के पहले सीजन में खूब खून खराबा और बोल्ड सीन दिखाए गए हैं. 


कालीन भैया के कारोबार में गुड्डू भैया और बबलू की एंट्री


शो की कहानी ट्विस्ट तब आता है, जब कालीन भैया (मिर्जापुर के किंग और मुन्ना भैया के पापा) गुड्डू भैया (अली फजल) और बबलू (विक्रांत मैसी) (वकील के बच्चे) को अपने यहां काम पर रख लेता है. गुड्डू और बबलू धीरे-धीरे कालीन भैया के बिजनेस में घुस जाते हैं और पूरे शहर में अपनी धाक जमाते हैं. मुन्ना भैया इससे इंसिक्योर होते हैं और वो दोनों को किसी भी तरह रास्ते से हटाने के बारे में सोचते हैं. 


बबलू और गुड्डू की पत्नी की मौत


मुन्ना भैया तब और भी बुरा लगता है जब गुड्डू उस लड़की से शादी कर लेता है, जिसे मुन्ना भैया पसंद करता है. पहले सीजन का अंत बेहद दर्दनाक होता है. मुन्ना भैया एक शादी में गुड्डू भैया की पत्नी (श्रिया पिलगांवकर), उसके होने वाले और बबलू को मार देता है. इसके बाद गुड्डू भैया का सिर्फ एक ही मकसद है वो है बदला. मुन्ना भैया की मौत और मिर्जापुर की कुर्सी. 


इस सब में गुड्डू भैया का साथ उनकी पत्नी की बहन गोलू (श्वेता त्रिपाठी) देती है. 



ऐसी थी दूसरे सीजन की कहानी


पहले सीजन में गुड्डू भैया को भी गोली लगी थी. गोलू उन्हें लेकर मुन्ना भैया से दूर चली जाती है. फिर गुड्डू भैया रिकवर होते हैं और गोलू भी बंदूक चलाना और लड़ना सीखती हैं. दोनों अपने मकसद को पूरा करने के लिए हर वो चीज करते हैं जो जरुरी है. इसी सब के बीच में मुन्ना भैया चुनाव प्रचार में लगते हैं और मुख्यमंत्री की बेटी के साथ रिलेशन बना लेते हैं. फिर कालीन भैया अपने बिजनेस को बचाने के लिए मुन्ना की शादी मुख्यमंत्री की बेटी से करवा देते हैं. 


बीना त्रिपाठी का बदला


दोनों सीजन के बीच में एक कहानी कालीन भैया की पत्नी बीना त्रिपाठी (रसिका दुग्गल) की भी चलती है. दरअसल, कालीन भैया के पिता (कुलभूषण खरबंदा) बीना त्रिपाठी के साथ जबरदस्ती रिलेशन बनाता है. वहीं बीना त्रिपाठी प्रेग्नेंट हो जाती हैं और दूसरे सीजन में एक बेटे को जन्म भी देती हैं. बीना ससुर से बदला लेने के लिए और अपने बच्चे को सुरक्षित रखने के लिए गुड्डू भैया के साथ हाथ भी मिला लेती है. गुड्डू कालीन भैया का बिजनेस खाक कर देते हैं. इसी सब के बीच में कई और कैरेक्टर भी आते हैं जैसे शरद शुक्ला, दद्दा त्यागी और उनके जुड़वा बेटे...इनका भी सीरीज में अहम रोल है जो कहानी में बहुत ट्विस्ट लाते हैं.


शो के आखिर में दिखाया जाता है कि गोलू और गुड्डू, मुन्ना भैया को मार देते हैं और कालीन भैया जख्मी हो जाते हैं. कालीन भैया को शरद शुक्ला बचाते हैं. वहीं गुड्डू भैया के पापा भी एक पुलिस इंस्पेक्टर को मार देते हैं. वहीं बीना त्रिपाठी भी अपने ससुर को मार देती है. अब देखना होगा कि कालीन भैया के बाद मिर्जापुर की गद्दी किसे मिलती है.


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