ऑस्कर अवॉर्ड्स से ठीक एक दिन पहले ओटीटी पर रिलीज हुई 'टू किल अ टाइगर', इस डिजिटल प्लेटफॉर्म पर हो रही स्ट्रीम
To Kill A Tiger OTT Release: 'टू किल अ टाइगर' भारत के एक किसान की कहानी है, जो गैंगरेप का शिकार हुई अपनी 13 साल की बेटी के लिए इंसाफ की लड़ाई लड़ता है. फिल्म को ऑस्कर 2024 के लिए नॉमिनेट किया गया है.
To Kill A Tiger OTT Release: ऑस्कर 2024 में बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फीचर कैटेगरी में नॉमिनेट हुई शॉर्ट फिल्म 'टू किल अ टाइगर' ने आज ओटीटी पर दस्तक दे दी है. ट्रू लाइफ इंसिडेंट से इंस्पायरड इस फिल्म को ऑस्कर अवॉर्ड्स से ठीक एक दिन पहले नेटफ्लिक्स पर रिलीज कर दिया गया है. मेकर्स ने पहले ही जानकारी दी थी कि फिल्म संडे को ओटीटी पर दस्तक देगी और अब ये नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है.
'टू किल अ टाइगर' अपनी बेटी के लिए इंसाफ की लड़ाई लड़ने वाले एक शख्स की कहानी दिखाती है. भारत का एक किसान, रंजीत गैंगरेप का शिकार हुई अपनी 13 साल की बेटी के लिए अंत तक लड़ता है. गांव के लोग रंजीत और उसकी पत्नी जिगंती से आरोपियों को माफ करने और अपनी बेटी की शादी उन्हीं में से एक लड़के से करने की सलाह देते है, जिसे वह रद्द कर देता है.
इकलौती भारतीय फिल्म जो ऑस्कर 2024 में हुई नॉमिनेट
फिल्म 'टू किल अ टाइगर' की डायरेक्टर निशा पाहुजा हैं जिन्होंने एक दशक पहले 'टू किल अ टाइगर' पर काम शुरू किया था. फिल्म को मुख्य रूप से भारत के झारखंड के एक छोटे से गांव में शूट किया गया है. अब फिल्म ऑस्कर 2024 के लिए नॉमिनेटेड है. इस साल ये भारत की इकलौती फिल्म है जिसे ऑस्कर में नॉमिनेट किया गया है और ऐसे में भारतीयों को फिल्म से काफी उम्मीदे हैं.
पहले ये अवॉर्ड्स जीत चुकी है फिल्म
'टू किल अ टाइगर' ने दुनिया भर में दो दर्जन से ज्यादा अवॉर्ड्स जीते हैं. इनमें तीन कनाडाई स्क्रीन अवॉर्ड, टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में एम्प्लीफाई वॉयस अवार्ड और पाम स्प्रिंग्स इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट डॉक्यूमेंट्री अवॉर्ड शामिल हैं. फिल्म के लिए निशा पाहुजा को बेस्ट डायरेक्टर के अवॉर्ड से भी नवाजा गया.