The Good Nurse: 'किसी ने रोका ही नहीं...' किसी जुर्म को करने के बाद अगर उस जुर्म को करने का ये कारण बताया जाए तो ऐसे में साफ हो जाता है कि उस क्रिमिनल की सोचने-समझने की क्षमता बिल्कुल खत्म हो चुकी है. इसी तरह के ही एक सीरियल किलर की कहानी अब नेटफिलिक्स पर रिलीज हुई है. हाल ही में ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफिलिक्स पर फिल्म रिलीज हुई है, जिसका नाम है The Good Nurse. 


फिल्म के नाम The Good Nurse से तो लगता है कि ये किसी ईमानदार और अच्छे इंसान की कहानी है. और है भी फिल्म में एक तरफ जहां सीरियल किलर है और दूसरी तरफ एक उसे पकड़वाने वाली हिम्मती नर्स. भले ही बुराई कुछ वक्त के लिए हावी हो जाए, ऐसा लगे कि ये बुराई, अपराध ही सत्य हो लेकिन अंत में बात होती है अच्छाई की. इतिहास भी उसी की कहानी को याद रखता है. फिल्म दरअसल, इसी तर्ज पर सबक देती है.


यहां सब शक के घेरे में, ऐसे बढ़ती है कहानी 


फिल्म में Jessica Chastain (Amy) और Eddie Redmayne (Charles Cullen) के रोल में हैं. Amy सिंगल पेरेंट है, जिसकी दो बेटियां हैं. एमी पार्कफील्ड नाम के एक हॉस्पिटल में नर्स है. जिसकी ICU में नाइट शिफ्ट होती है. इसी बीच फिल्म में एंट्री होती है Charles Cullen की, जिसकी भी हॉस्पिटल में नाइट शिफ्ट लगती है. धीरे-धीरे उसकी Amy से और उसकी बेटियों से दोस्ती होती है. फिर शुरू होता है हॉस्पिटल में मरीजों के अचानक मरने का सिलसिला. लोकल पुलिस केस की इंक्वायरी करती है और हॉस्पिटल के सभी लोगों पर शक किया जाता है. हालांकि, वहीं हॉस्पिटल मैनेजमेंट हॉस्पिटल की रेपोटेशन बचाने के लिए सबूत छुपाने में लगा है. ये कहानी कैसे आगे बढ़ती है और क्रिमिनल कैसे पकड़ा जाता है, ये जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी.






एक्टिंग में दिखा दम



  • फिल्म में Jessica Chastain और Eddie Redmayne लीड रोल में हैं. जेसिका फिल्म की लीड फीमेल स्टार हैं. उनकी एक्टिंग, एक्सप्रेशन, डायलॉग डिलीवरी अच्छी है. एक मां का डर, एक नर्स का मरीजों के प्रति दाया और सच्चाई के लिए रूल्स के खिलाफ जाने की हिम्मत को उन्होंने बखूबी अपने किरदार ढाला है. वहीं Eddie भी अपने रोल अच्छे नजर आए हैं. उनकी इंटेंसिटी रोल में जान डाल देती है. 

  • फिल्म के कैमरा वर्क की वजह से एक्टर्स के एक्सप्रेशन क्लियर देखने को मिले है. फिल्म की शुरुआत में जिस तरह से कैमरे का इस्तेमाल किया गया, स्टोरी को डिफाइन करने के लिए वो अच्छा था.


 
अच्छी कहानी के बाद भी कहां कमजोर पड़ी फिल्म



  • फिल्म में कुछ अच्छी चीजें हैं तो कई खामियां भी हैं, जिन पर बात जरुर होनी चाहिए. फिल्म का डायरेक्शन Tobias Lindholm ने किया है. Tobias इससे पहले राउंड, द हंट और हाइजेकिंग जैसी फिल्मों के लिए जाने जाते हैं.

  • द गुड नर्स में कई मौकों पर उनका डायरेक्शन कमजोर नजर आता है. फिल्म का सेकंड हाफ बीच-बीच में बोर करता है. मूवी को मिला स्लो ट्रीटमेंट इसके पेस को धीमा करता है. वहीं फिल्म का सबसे कमजोर पार्ट स्टोरीलाइन ही है.

  • मूवी की स्टार्टिंग तो ठीक होती है, इंट्रेस्ट भी पैदा करती है. लेकिन जैसे-जैसे फिल्म आगे बढ़ती है वैसे-वैसे स्लो हो जाती है और आपको बांधे रखने में असफल रहती है. फिल्म का क्लाइमैक्स भी और बेहतर हो सकता था. 


क्या है रियल कहानी? 


फिल्म की कहानी रियल घटना पर आधारित है. कहानी इतिहास के सबसे भयानक मेल नर्स चार्ल्स कुलेन की जिदंगी पर बेस्ड है. ऐसा कहा और माना जाता है कि अमेरिका में इस नर्स ने 16 साल में 400 मरीजों को मौत के घाट उतार दिया. हालांकि, सिर्फ 29 मर्डर ही कंफर्म हो पाए थे, जिसके आधार पर उसे सजा हुई थी. बता दें कि फिलहाल चार्ल्स कुलेन न्यू जर्सी की सबसे पुरानी जेल न्यू जर्सी स्टेट जेल में कैद है.


 


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