पंकज त्रिपाठी ने की लद्दाख के पहले मूविंग सिनेमा थियेटर की तारीफ, बोलें- दूर-दराज के एरिया तक होगी फिल्मों की पहुंच
बॉलीवुड एक्टर पंकज त्रिपाठी ने लद्दाख में इन्फ्लेटेबल थिएटर स्थापित करने के विचार की सराहना की है. उनका कहना है कि ये पहल काफी अच्छी है. इस सिनेमा की पहुंच दूर-दराज के एरिया में भी पहुंचेगी.
![पंकज त्रिपाठी ने की लद्दाख के पहले मूविंग सिनेमा थियेटर की तारीफ, बोलें- दूर-दराज के एरिया तक होगी फिल्मों की पहुंच Pankaj tripathi reacts on moving cinema hall in laddakh पंकज त्रिपाठी ने की लद्दाख के पहले मूविंग सिनेमा थियेटर की तारीफ, बोलें- दूर-दराज के एरिया तक होगी फिल्मों की पहुंच](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/08/24/30c2821bef1fe2dafd478b1c0d6426f9_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
मुंबईः अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने मोबाइल डिजिटल मूवी थिएटर कंपनी पिक्च रटाइम डिजीप्लेक्स द्वारा लेह (लद्दाख) में एक इन्फ्लेटेबल थिएटर स्थापित करने पर अपने विचार साझा किया हैं. वह कहते हैं,"कितनी सुंदर पहल है. सिनेमा इस देश के अंदरूनी हिस्सों में लोगों तक पहुंचता है. मेरे जैसे किसी व्यक्ति के लिए जो फिल्मी दुनिया से ताल्लुक रखता है, यह फिल्म प्रदर्शनी का एक अनूठा और अलग माध्यम है." 'ए मूविंग थिएटर'. लेह जैसे भव्य स्थान में इस तरह की अवधारणा का होना बिल्कुल अविश्वसनीय है.
11,562 फीट की ऊंचाई पर स्थापित यह थिएटर केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में अब तक का पहला मूविंग सिनेमा थियेटर बन गया है. रविवार को लेह के एनएसडी ग्राउंड में इनफ्लेटेबल थिएटर लगाया गया. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लद्दाख बौद्ध संघ के अध्यक्ष थुपस्तान चेवांग थे, जबकि अभिनेता पंकज त्रिपाठी विशिष्ट अतिथि थे.
स्टेनजिन टैंकोंग द्वारा निर्देशित 'सेकूल' (लद्दाख के चांगपा खानाबदोशों के बारे में एक फिल्म) नामक एक लघु फिल्म को थिएटर के शुभारंभ पर प्रदर्शित किया गया, जिसे जोरदार प्रतिक्रिया मिली. फिल्म के निर्देशक और कलाकार भी मौजूद थे. हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'बेल बॉटम' की स्पेशल स्क्रीनिंग भी शाम को सेना और सीआईएसएफ के लिए आयोजित की जाएगी
डीसीआई शिकायत मोड में डॉल्बी 5.1 सराउंड साउंड के साथ बड़ी स्क्रीन पर डिजिटल मूवी स्क्रीनिंग की पेशकश करते हुए, जिसमें लगभग 150 लोगों के बैठने की क्षमता है. वर्तमान कोविड प्रोटोकॉल को देखते हुए थिएटर में वर्तमान में लगभग 75 सीटें होंगी, जो थिएटर की सीटों और सीटों के बीच डिवाइडर के बीच उपयुक्त दूरी के साथ सामाजिक दूरी की आवश्यकता होंगी.
यह इन्फ्लेटेबल थिएटर के भीतर अत्याधुनिक हीटिंग सुविधा का उपयोग करते हुए एक परिवेश नियंत्रण थियेटर भी होगा.
View this post on Instagram
लद्धाख बड़े सिनेमा स्क्रीन से गायब
पिक्च रटाइम डिजीप्लेक्स के संस्थापक और सीईओ सुशील चौधरी कहते हैं कि हमेशा इस देश के मनोरंजन के अंधेरे स्थानों तक पहुंचने की रही है. लद्दाख काफी समय से बड़े सिनेमा स्क्रीन पर गायब था और मैं हमेशा इसमें लाना चाहता था. यहां के लोगों के लिए एक मल्टीप्लेक्स सिनेमा देखने का अनुभव. हम पर विश्वास करने के लिए मैं लद्दाख सरकार का बहुत आभारी हूं. हमारा लक्ष्य अगले तीस दिनों में लद्दाख में दो फिक्स्ड सिनेमा स्क्रीन और एक चलती सिनेमा स्क्रीन स्थापित करना है, और यहां के नागरिक लद्दाख की नई रिलीज हुई फिल्मों तक भी पहुंच होगी.
लद्दाख के लिए जरूरी
लद्दाख और उसके नागरिकों के लिए इन सिनेमाघरों की उपस्थिति का क्या अर्थ है, इस पर लद्दाख के बौद्ध संघ के अध्यक्ष, थुपस्तान चेवांग कहा, यह हमेशा फिल्म की शूटिंग के लिए एक बहुत लोकप्रिय गंतव्य रहा है. जैसा कि आप सभी जानते हैं, लद्दाख इनमें से एक है. देश के सबसे सुनसान हिस्से. हम आधे साल में ज्यादातर देश के बाकी हिस्सों से कटे हुए हैं, इसलिए सिनेमा के रूप में मनोरंजन का स्रोत होना हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है.
ये भी पढ़ें-
करीना कपूर को बेटी की तरह मानती हैं शर्मीला टेगौर, बहू की इस काम की तारीफ करती हैं दिग्गज एक्ट्रेस
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![शिवाजी सरकार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/5635d32963c9cc7c53a3f715fa284487.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)