पंकज त्रिपाठी की गिनती बॉलीवुड के बेहतरीन कलाकारों में होती है. आज पंकज जिस मुकाम पर हैं उसके लिए उन्होंने दिन-रात खूब मेहनत की है. पंकज त्रिपाठी के लिए बिहार के एक छोटे से गांव से निकलकर बॉलीवुड में पहचान बनाना इतना आसान नहीं था. करीब 10 सालों तक संघर्ष करने के बाद उन्होंने इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई है.


पंकज त्रिपाठी लोअर मिडिल क्लास फैमिली से नाता रखते हैं लेकिन आज करोड़ों के मालिक बन चुके हैं और रॉयल जिंदगी बीता रहे हैं. एक बार जब पंकज त्रिपाठी हिंदी सिनेमा के महानायक कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन के क्वीज शो कौन बनेगा करोड़पति में पहुंचे थे तो उन्होंने बताया था कि उनका इलाका कितना पिछड़ा हुआ है. उनका दर्द उनकी बातों में साफ झलक रहा था.






दरअसल, पंकज त्रिपाठी जब केबीसी में पहुंचे तो उन्होंने बिग बी से बात करते हुए कहा कि- 90 के दशक में उनका इलाका इतना पिछड़ा हुआ था कि आग जलाने के लिए किसी के घर में माचिस तक नहीं होती थी. आग लगाने के लिए यानी शाम को चूल्हा जलाने के लिए किसी के दरवाजे पर घूर लगा होता था जो आग लाकर दे दिए तो चूल्हा जलता था.


पंकज त्रिपाठी अपने घर से 8 किलोमीटर दूर स्थित रेलवे स्टेशन का जिक्र करते हुए कहते हैं कि 8 बजे एक मेल ट्रेन आती थी. जिसका हॉर्न नहीं बल्कि इंजन का साउंड इतना साफ सुनाई देता था कि लोग कहते थे 8 बजे वाली ट्रेन आ गई चलो सोने.


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