अभिनेता पंकज त्रिपाठी (Pankaj Tripathi) अब एक बार फिर उसी अवतार में नज़र आएंगे जिसके लिए लोग उन्हें सबसे ज्यादा जानते हैं और पसंद भी करते हैं. फुकरे, स्त्री, लुका छिपी जैसी सधी हुई हास्य कलाकारी के बाद अब वो कागज़ (Kaagaz) लेकर आए हैं जिसमें वो एक बार फिर खुद अपने चेहरे पर मुस्कान लाए बिना दर्शकों को लोटपोट ज़रुर कर देंगे. आज पंकज त्रिपाठी की नई फिल्म कागज़ का ट्रेलर (Kaagaz Trailer) रिलीज़ हो गया है और यकीन मानिए ट्रेलर कमाल का है.
‘भरत लाल मृतक’ बनकर आ रहे हैं हंसाने
कागज़ फिल्म में पंकज एक ऐसे शख्स के किरदार में नज़र आने वाले हैं जो वैसे तो ज़िंदा है लेकिन सरकारी कागज़ों में उसे मृत घोषित कर दिया गया है. और आज के दौर में तो भई जो कागज़ में लिखा है वहीं सही है. ऐसे में एक जीता जागता इंसान जब खुद के जीवित होने के लिए संघर्ष करेगा तो मज़ा तो आएगा ही. और उस पर ये भूमिका पंकज त्रिपाठी जैसा सधा हुआ और उम्दा कलाकार निभा रहा हो तो फिर क्या कहना.
सच्ची घटना पर आधारित है फिल्म की कहानी
आपको बता दें कि ये फिल्म सत्य घटना पर आधारित है. पंकज त्रिपाठी कागज़ में आज़मगढ़ के रहने वाले भारत लाल उर्फ लाल बिहारी का रोल अदा कर रहे हैं. जिन्हें खुद इस सिस्टम ने मृतक घोषित कर दिया था जबकि वो ज़िंदा थे. जिसके बाद उन्होंने छोटी मोटी नहीं बल्कि लंबी लड़ाई सालों तक लड़ी और खुद को ज़िंदा साबित किया. फिल्म में उन्हीं के संघर्ष की कहानी को बखूब बयां किया गया है जिसकी झलक कागज़ ट्रेलर में साफ दिखाई देती है.
कालीन भैया से बिल्कुल अलग है ये किरदार
हाल ही में मिर्जापुर 2 रिलीज़ हुई है और इससे पहले इसका पहला सीज़न 2018 में सामने आया था. इस वेब सीरीज़ में पंकज त्रिपाठी अपनी इमेज से बिल्कुल विपरीत रोल में नज़र आए. और उनका एक अलग ही रूप दर्शकों को देखने को मिला था. वो ऐसे किरदार में नजर आए थे जो न गोली चलाते हुए हिचकिचाता है और न ही गाली देते हुए शर्माता है. जबकि बाकी फिल्मों में पंकज त्रिपाठी का अंदाज़ और अंदाज़ ए बयां दोनों ही काफी अलग था. हालांकि मिर्जापुर के कालीन भैया अब एक आइकॉनिक किरदार बन चुका है.'
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