B R Chopra Mahabharat: दिल्ली के अशोक विहार (फेज 2) स्थित घर में कल रात को बीआर चोपड़ा (B R Chopra) की महाभारत (Mahabharat) में भीम का रोल निभाने वाले प्रवीण कुमार सोबती (Praveen Kumar Sobti Demise) का निधन हो गया. प्रवीण (Praveen Age) 76 साल के थे. निधन से पहले वो लंबे समय से बीमार चल रहे थे. पीठ की समस्या ने उन्हें बहुत ही ज्यादा परेशान कर रखा था. कुछ महीने पहले ही प्रवीण कुमार सोबती (Praveen Kumar Sobti Operation) का ऑपरेशन भी हुआ था, लेकिन वो चलने फिरने में असमर्थ थे. वैसे प्रवीण कुमार सोबती (Praveen Kumar Sobti) पंजाब के तरणतारण के मूल निवासी थे.
प्रवीण कुमार सोबती की बेटी इकलौती बेटी निपुणिका ने एबीपी न्यूज़ से बात कर बताया, "पापा की मौत कल रात 9.30 बजे हार्ट अटैक आने से हुई. वे पिछले कुछ सालों से काफी बीमार चल रहे थे. कल रात अचानक से उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी. उनका ऑक्सीजन लेवल भी काफी गिर गया था. हार्ट अटैक आने के बाद हमने डॉक्टर को कॉल कर एम्बुलेंस को घर पर बुलाया, मगर डॉक्टर के घर पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी."
निपुणिका ने एबीपी न्यूज़ से कहा, "पापा को एक लम्बे अर्से से क्रॉनिक कफ भी था, जो ठीक नहीं हो रहा था. दिल्ली के बसंतकुज के एक अस्पताल में 10 साल पहले उनकी रीढ़ का ऑपरेशन भी हुआ था, जो सफल नहीं रहा. इसके चलते वे ठीक से चल-फिर नहीं पाते थे और ऐसा करने के लिए उन्हें अक्सर दूसरों का या फिर लकड़ी का सहारा लेना पड़ता था."
बीआर चोपड़ा (B R Chopra) की 'महाभारत' (Mahabharat) में भीम की भूमिका निभाकर प्रवीण कुमार सोबती (Praveen Kumar Sobti) को सबसे ज्यादा पॉपुलैरिटी मिली थी. प्रवीण कुमार सोबती (Praveen Kumar Sobti ) को उनकी लंबी कदकाठी (6.6 इंच) के लिए जाना जाता था. यही वजह थी कि उन्हें ज्यादातर फिल्मों में गुंडे और बॉडीगार्ड्स के रोल मिला करते थे.
लंबी कद-काठी के चलते ही उन्हें 'महाभारत' में भीम का रोल ऑफर किया गया. उन्होंने 30 से ज्यादा फिल्मों में काम किया. अभिनय की दुनिया में आने से पहले वे हैमर और डिस्कस थ्रो एथलीट थे. एशियन गेम्स में उन्होंने दो गोल्ड मेडल, एक सिल्वर और एक ब्रोंज मेडल भी हासिल किया. दो बार ओलिम्पिक्स में- 1968 में मैक्सिको ओलिम्पिक्स और 1972 में म्यूनिख ओलिम्पिक्स में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया. एक्टिंग से पहले वे बीएसएफ के जवान थे.
प्रवीण कुमार सोबती (Praveen Kumar Sobti) ने भले ही अपनी जिंदगी में कई उपलब्धियां हासिल की हो लेकिन वो जिंदगी की जंग बहुत जल्दी ही हार गए. आपको बता दें कि प्रवीण कुमार सोबती निधन (Praveen Kumar Sobti Demise) से पहले आर्थिक तंगी का भी सामना कर रहे थे. ऐसे में उन्होंने मदद के लिए सरकार से भी गुहार लगाई थी. पिछले दिसंबर से ही प्रवीण (Praveen) काफी बीमार चल रहे थे. यही वजह थी कि वो घर पर ही रहते थे. घर पर उनकी पत्नी वीना ही उनकी देखभाल किया करती थीं.