Raj Babbar Birthday: शादीशुदा होने के बावजूद स्मिता पाटिल के साथ रहते थे राज बाबर, जानिए कैसे तय किया बॉलीवुड से राजनीति तक का सफर
बॉलीवुड के मशहूर एक्टर राज बब्बर आज अपना 69वां बर्थडे मना रहे हैं. वह बॉलीवुड के अलावा राजनीति के भी जाने माने चेहरे हैं. राज बब्बर ने बतौर एक्टर एक से बढ़कर एक फ़िल्में की हैं. वहीं, वे 14वें लोकसभा चुनाव में फिरोजाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद चुने गए थे. हालांकि, आगे चलकर उन्होंने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता हासिल की. आज उनके बर्थडे पर डालते हैं उनके अबतक के सफर पर एक नजर.
बॉलीवुड के मशहूर एक्टर राज बब्बर आज अपना 69वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं. राज बब्बर ना केवल बॉलीवुड बल्कि राजनीति के भी जाने-माने चेहरे हैं. उन्होंने एक से बढ़कर एक बॉलीवुड फ़िल्में की हैं. उन्होंने एक सफल राजनेता के रूप में भी अपनी अलग पहचान बनाई है. राज बब्बर ने थिएटर में लंबा वक्त गुजारा है. उनकी बॉलीवुड में धमाकेदार एंट्री ली थी. उन्होंने ना केवल हिंदी फ़िल्में बल्कि पंजाबी फिल्मों में भी बखूबी काम किया है. वे साल 1977 से पंजाबी और हिंदी फिल्मों में सक्रीय हैं. राज बब्बर अपनी निजी जिंदगी को लेकर भी लंबे समय तक सुर्खियों में रहे हैं.
राजनीति में आने से पहले राज बब्बर बॉलीवुड के एक पॉपुलर स्टार थे. उनकी लव लाइफ भी लंबे समय तक सुर्खियों में रही थी. शादीशुदा होने के बावजूद वे बॉलीवुड एक्ट्रेस स्मिता पाटिल से प्यार कर बैठे. वे इस कदर अपना दिल हार बैठे कि उन्हें शादीशुदा होने का एहसास नहीं हुआ. स्मिता पाटिल के साथ रिलेशनशिप में आने के बाद वे अपने परिवार, पत्नी और दो बच्चों को छोड़ देने के लिए तैयार हो गए थे. उनके और स्मिता पाटिल के प्यार के चर्चे हर तरफ थे. कहा जाता है कि स्मिता पाटिल भी इस वजह से अपने परिवार से अलग हो गईं थीं.
ऐसे करीब आए थे राज और स्मिता
फिल्म 'भीगी पलकें' के दौरान दोनों एक दूसरे के करीब आए थे. राज पहले से शादीशुदा थे और दो बच्चों के पिता थे. हालांकि, स्मिता से प्यार में पड़ने के बाद उन्होंने स्मिता से शादी करने का फैसला ले लिया था. स्मिता की मां इस रिश्ते के खिलाफ थीं. राज की पत्नी ने स्मिता पर उनकी शादी तोड़ने का आरोप लगाया था. बाद में राज और स्मिता ने लोगों की परवाह किए बिना एक दूसरे के साथ लिव इन में रहना शुरू कर दिया था.
13 दिसंबर, 1986 को हुई थी स्मिता की मौत
स्मिता और राज बब्बर लिव इन में रहते थे. इस दौरान उनके बेटे प्रतीक का जन्म हुआ था. प्रतीक के जन्म के कुछ ही दिनों बाद 13 दिसंबर 1986 को स्मिता की वायरल इंफेक्शन से मौत हो गई थी. हालांकि, कहा जाता है कि तब तक राज बब्बर अपनी पहली पत्नी के पास लौट चुके थे.
कहा जाता है कि स्मिता अपने आखिरी समय में काफी अकेले हो गईं थीं और वह धीरे धीरे बीमार रहने लगी थीं. रिपोर्ट्स के अनुसार, स्मिता जब अपने अंतिम समय में अस्पताल में भर्ती थीं, तब राज बब्बर हॉस्पिटल में पहुंचे थे. उस समय स्मिता ने ये फैसला कर लिया था की वो राज बब्बर से रिश्ता नहीं रखेंगी.
ऐसा है बेटे प्रतीक के साथ रिश्ता
कई साल तक प्रतीक बब्बर अपनी मां स्मिता पाटिल की मौत का जिम्मेदार अपने पिता राज बब्बर को मानते रहे. उन्हें लगता था अगर उनके पिता चाहते तो वो आखिरी समय में उनकी मां के साथ होते और उनकी मां की जान भी बचाई जा सकती थी. एक समय प्रतीक अपने पिता राज बब्बर से इतनी नफरत करते थे कि उनका सरनेम लगाना भी पसंद नहीं करते थे. हालांकि, वक्त के साथ साथ उनके बीच की ये दूरी कम होती गई. हाल ही में उन्होंने इंस्टाग्राम पर अपने पिता के साथ की एक तस्वीर भी शेयर की है, जिसमें उन्होंने अपने पिता को 'हीरो' बताया है.
ऐसे ली थी राजनीति में एंट्री
राज बब्बर इन दिनों राजनीति में भी सक्रिय हैं. 14वें लोकसभा चुनाव में वह फिरोजाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद चुने गए थे लेकिन साल 2006 में उन्हें पार्टी ने निलंबित कर दिया था. इसके बाद उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी. राज बब्बर कांग्रेस के नामी चेहरे हैं पार्टी के साथ खड़े रहते हैं. उन्होंने राजनीति में भी अपनी अलग पहचान बनाई है. वे अपने तीखे स्वर और बेबाक राय के लिए भी जाने जाते हैं.
ये भी पढ़ें-
Beast Second Look: बर्थडे पर एक्टर विजय का फैंस को तोहफा, रिलीज किया फिल्म Beast का नया पोस्टर
The Family Man 2: मनोज बाजपेयी और सामंथा की इस सीरीज ने हासिल किया ये बड़ा मुकाम