राजेश खन्ना का स्टाइल और कपड़े आज के दौर में भी कॉपी किए जाते हैं. सांस रोककर लंबे डायलॉग बोलने का स्टाइल हो या फिर चलने का ढंग, सब कुछ राजेश खन्ना का स्टाइल बन गया है. राजेश खन्ना द्वारा बोले गए कुछ डायलॉग आज भी दर्शकों के जेहन में जिंदा हैं.
राजेश खन्ना ने अपने बॉलीवुड करियर में 180 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था. आपको बता दें, सुपरस्टार राजेश खन्ना का निधन 18 जुलाई 2012 में हुआ था. अपनी इस स्टोरी में राजेश खन्ना की पुण्यतिथि के मौके पर आपको बताते है उनकी फिल्मों के कुछ शानदार डायलॉग.
फिल्म ‘आनंद’
अरे ओ बाबू मोशाय, हम तो रंगमंच की कठपुतलियां हैं जिसकी डोर उस ऊपर वाले के हाथों में है, कब कौन कहां उठेगा ये कोई नहीं जानता. बाबू मोशाय जिंदगी बड़ी होनी चाहिए लंबी नहीं.
फिल्म ‘अमर प्रेम’
मैंने तुमसे कितनी बार कहा पुष्पा मुझे ये आंसू नहीं देखे जाते, आय हेट टियर्स.
फिल्म ‘अराधना’
एक छोटा सा जख्म बहुत गहरा दाग बन सकता है.
फिल्म ‘सफर’
मैं मरने से पहले मरना नहीं चाहता, ये तो मैं ही जानता हूं कि जिंदगी के आखिरी मोड़ पर कितना अंधेरा है.
फिल्म ‘अवतार’
सेठ जिसे तुम खरीदने चले हो उसके चेहरे पर लिखा है नॉट फॉर सेल.
फिल्म ‘बावर्ची’
किसी बड़ी खुशी के इंतजार में हम ये छोटी-छोटी खुशियों के मौके खो देते हैं.
फिल्म ‘नमक हराम’
मैंने तेरा नमक खाया है इसलिए तेरी नजरों में नमक हराम जरूर हूं.