नई दिल्ली: बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार ऋषि कपूर अब हमारे बीच नहीं रहे. कैंसर से चली लंबी लड़ाई के बाद आज ऋषि कपूर जिंदगी की जंग हार गए. फिल्म 'मेरा नाम जोकर' में बाल कलाकार के रूप में करियर की शुरुआत करने वाले ऋषि कपूर ने इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान कायम की. उनके निभाए किरदार आज भी लोगों के जहन में ताजा हैं. ऋषि कपूर सोशल मीडिया पर हमेशा एक्टिव रहते थे. वह हर मुद्दे पर अपनी बात खुलकर कहा करते थे. उनका यही अंदाज साल 2017 में आई उनकी किताब 'खुल्लम खुल्ला' में भी देखने को मिला.
ऋषि कपूर ने किताब 'खुल्लम खुला' में बेबाकी के साथ अपने जीवन और परिवार से जुड़ी पर्सनल चीजों के बारे में लिखा था. साथ ही उन्होंने किताब में बेटे रणबीर कपूर संग अपने रिश्तों के बारे में भी बताया था. ऋषि कपूर ने अपनी किताब में लिखा था कि बेटे रणबीर के साथ वह ज्यादा खुले हुए नहीं थे. उन्होंने बताया कि रणबीर अपनी अधिकतर बातें मां नीतू के साथ शेयर करते हैं.
वहीं 'खुल्लमखुला' किताब में रणबीर कपूर के हवाले से लिखा गया, "मेरी जब भी शादी होगी और मेरे बच्चे होंगे, तब मैं रिश्ते के इस समीकरण को चेंज करना चाहूंगा. मैं नहीं चाहता कि मेरा और मेरे बच्चों का रिश्ता इतना औपचारिक हो. जितना मेरा अपने पिता ऋषि कपूर से रहा."
बता दें कि ऋषि कपूर को मुंबई के एच एन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां गुरुवार को उन्होंने अंतिम सांस ली. ऋषि कपूर को फिल्म 'बॉबी' के लिए 1974 में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था.
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