Ranbir Kapoor ने खुद बताई कैसे Sanju बनने के लिए उनको करनी पड़ी थी कड़ी मेहनत, जानिए दिलचस्प बातें
रणबीर कपूर के लिए फिल्म संजू में संजय का दत्त का किरदार निभाने के लिए काफी कड़ी महनेत करनी पड़ी थी. इस फिल्म में उनको 6-6 घंटे लुक टेस्ट के लिए कुर्सी पर बैठना पड़ा था.
बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त की बायोपिक फिल्म संजू ने बॉक्स ऑफिस पर काफी धमाल किया था. इस फिल्म ने अपनी सक्सेस के सारे रिकॉर्ड तोड़े. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस फिल्म ने सिर्फ 1 हफ्ते में ही करीब 200 करोड़ रूपए की कमाई की थी. फिल्म को लोगों ने जमकर सराहा. इस फिल्म में संजय दत्त का किरदार रणबीर कपूर ने निभाया था. उन्होंने संजय का किरदार निभाने के लिए काफी कड़ी मेहनत करनी पड़ी थी. एक इंटरव्यू के दौरान रणबीर कपूर ने कई दिलचस्प बाते बताई. फिल्म में रणबीर को देखकर आपको यकीन ही नहीं होगा कि आप संजय को देख रहे हैं या फिर रणबीर कपूर को.
रणबीर कपूर ने बताया कि, ‘मेरे लिए बहुत बड़ी फिल्म थी. ये एक ऐसा अवसर था मेरे लिए जहां मैं संजय दत्त का किरदार निभा रहा था. साथ ही में इस फिल्म में राजकुमार हिरानी का हीरो हूं और लाइफ में ऐसा किरदार निभाना बार-बार नहीं आता. इस फिल्म में सब था क्योंकि ये फिल्म संजय दत्त की लाइफ के ऊपर थी. इस स्क्रिप्ट में सब कुछ था. संजय दत्त की लाइफ में कुछ ना कुछ हुआ है जिसके चलते वो हमेशा कॉन्ट्रोवर्सी में रहे है. जब मैंने इस फिल्म की स्क्रिप्ट को पहला बार पढ़ा तो मुझे लगा नहीं कि ये सब कुछ सच है.’
रणबीर आगे बताते हैं कि, ‘जब मैंने राजू सर को कॉल किया तो मैंने उनसे पूछा कि ये आपने स्क्रिप्ट में बड़ा के लिखा है न लेकिन मैं गलत था. इस स्क्रिप्ट में जो भी था वो सब कुछ सच था. क्योंकि ये वो संजय दत्त नहीं हैं जो हम सब जानते हैं. ये संयज दत्त की कहानी बिहाइंड द सीन्स की है कि उनकी लाइफ में क्या हो रहा था. उनकी फैमली के साथ क्या हो रहा था. उनके बेस्ट फ्रैंड के साथ क्या हो रहा था. इस फिल्म की जो बैकबोन है वो ये है कि, एक पिता और बेटे के रिश्ते को लेकर. एक दोस्ती को लेकर और है सवाल-जवाब जो मुझे कुछ इस बारे में नहीं पता.’
रणबीर ने आगे बताया कि, ‘हमने कुछ करिबन 6 से 8 महीनों के लिए जहां हम रोज लुक टेस्ट करते थे. मैं 6-6 घंटे कुर्सी पर बैठा रहता था. ये लोग सब prosthetic pieces मेरे पे चिपकाते थे. फिर 6 घंटे के बाद हम कैमरा के आगे आते थे तो इतना निराश हो जाते थे क्योंकि लुक मिल नहीं रहा था. कभी-कभी मैं अपने पापा के जैसे दिखता था. कभी-कभी कोई और एक्टर के जैसे दिखता था. तो मुझे लगता है कि वो 6-8 महीने मेरे लिए बहुत जरूरी थे.’