दिग्गज अभिनेता रजा मुराद को कथित फ्रॉड के मामले में पुलिस ने समन भेजा. भोपाल में श्यामला हिल्स पुलिस स्टेशन में बुधवार को रजा मुराद को बयान दर्ज कराने के लिए समन भेजा गया. रजा मुराज का नाम एक कथित वेलफेयर सोसाइटी के मेंबर के तौर पर सामने आया है जो फर्जी बताई जा रही है. अपने बयान में रजा मुराद ने किसी भी ऐसी सोसाइटी से जुड़े होने की बात से साफ इंकार कर दिया है.


दरअसल, ई-ब्लॉक लेकव्यू एन्क्लेव वेलफेयर सोसाइटी नाम की सोसायटी उस वक्त विवादों में आई जब 68 साल के प्यारे मिया के घर और ऑफिस के सभी दस्तावेजों के जब्त कर लिया गया. प्यारे मिया एक छोटे अखबार के मालिक और संपादक और श्यामला हिल्स के निवासी थे, जिन्हें 17 जुलाई को एक होटल से गिरफ्तार किया गया था. भोपाल और इंदौर में छह नाबालिग लड़कियों के साथ बलात्कार करने और धोखाधड़ी करने के आरोप में उन्हें श्रीनगर के होटल से गिरफ्तार कर लिया गया था. वह फिलहाल जेल में हैं.


श्याम हिल्स पुलिस स्टेशन के प्रभारी तरुण राठी ने कहा कि प्यारे मियां ने ई-ब्लॉक लेकव्यू एन्क्लेव वेलफेयर सोसाइटी नाम से एक फर्जी सोसायटी बनाई थी और वेलफेयर के नाम पर अलग-अलग लोगों से पैसा इकट्ठा करके धोखाधड़ी की थी.


उन्होंने आगे कहा, "जांच के दौरान, हमने पाया कि उक्त सोसायटी में आठ सदस्य थे, जिनमें रज़ा मुराद और मियां के परिवार के तीन सदस्य शामिल थे. हमने रजा मुराद को बयान दर्ज करने के लिए बुलाया. अपने बयान में, मुराद ने कहा कि उनका इस सोसाइटी के साथ कोई संबंध नहीं था और कागजात पर उनके हस्ताक्षर जाली थे. मुराद ने अपने जाली हस्ताक्षर का इस्तेमाल करने के लिए मियां के खिलाफ बुधवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई."