मुंबई: भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में इस वक्त खेसारी लाल यादव का डंका बजता है. खेसारी सुपरस्टार का दर्जा रखते हैं. उनका कोई भी गाना रिलीज होने के कुछ ही घंटों में यूट्यूब पर ट्रेंड करने लगता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि खेसारी लाल यादव एक वक्त में दिल्ली में लिट्टी बेचा करते थे. आज हम खेसारी के फर्श से अर्श तक पहुंचने की यात्रा के बारे में आपको बता रहे हैं.
खेसारी लाल यादव बिहार के गोपालगंज के रहने वाले हैं. एक बेहद गरीब परिवार में खेसारी का जन्म हुआ. बचपन से ही खेसारी की संगीत में दिलचस्पी थी. वो स्थानीय भजन मंडलियों के साथ अक्सर संगत किया करते. लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति खराब थी. ऐसे में खेसारी लाल यादव को कमाने के लिए दिल्ली जाना पड़ा. यहां खेसारी और उनकी पत्नी ने बेहद मुश्किल दिन गुजारे. खेसारी ने घर चलाने के लिए लिट्टी बेचना शुरू किया. सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी की.
इस दौरान भी खेसारी का संगीत से रिश्ता किसी न किसी तरह कायम रहा. खेसारी बिहार में प्रचलित लौंडा नाच में भी शिरकत कर चुके थे. अपनी मंडली के साथ खेसारी अलग-अलग गांवों में गीत गाते, नाचते और नाटक करते. इंटरनेट का दौर आ चुका था. खेसारी लाल यादव का एल्बम 'माल भेंटाई मेला' काफी हिट रहा. खेसारी के गाने एक के बाद एक हिट होने लगे. तब उन्होंने मुंबई की ओर रुख किया. खेसारी को पहली फिल्म मिली 'साजन चले ससुराल'. इस फिल्म ने खेसारी लाल यादव को रातों रात सुपरस्टार बना दिया.
इसके बाद से खेसारी लाल यादव ने कामयाबी और लोकप्रियता के कई मुकाम हासिल किए हैं. वो बिग बॉस में भी नजर आए थे. हालांकि खेसारी लाल यादव पर गाहे बगाहे अश्लीलता फैलाने का भी आरोप लगता रहा है. लेकिन यह सच तो स्वीकार करना ही पड़ेगा कि खेसारी लाल यादव पर उनके फैन्स जान छिड़कते हैं.