नई दिल्ली: भोजपुरी इंडस्ट्री को दोबारा से खड़ा करने में मनोज तिवारी और रवि किशन का बड़ा योगदान रहा है. इन दोनों सितारों ने भोजपुरी को नए दौर में पॉपुलर किया. लेकिन इनके साथ जो एक्ट्रेस आईं वो चाहे नगमा हों या रंभा सभी दक्षिण भारत से थीं. भोजपुरी इंडस्ट्री में उत्तर प्रदेश और बिहार से लड़कियां नहीं आती थीं. लेकिन अब यह दौर बदल चुका है. नए दौर की एक्ट्रेस यामिनी सिंह ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में करियर बनाया और महज दो सालों में ही वो एक जाना पहचाना चेहरा हो चुकी हैं.


यामिनी सिंह का जन्म 17 मई 1996 को लखनऊ में हुआ. उन्होंने लखनऊ के रानी लक्ष्मी बाई स्कूल से पढ़ाई की. इसके बाद इंजीनियरिंग करने वो पुणे चली गईं. इसके बाद यामिनी ने इंजीनियरिंग छोड़ फैशन डिजाइनिंग का कोर्स किया. इसी दौरान उन्हें मॉडलिंग प्रोजेक्ट्स मिलने शुरू हो गए. यामिनी की जिंदगी में अहम मोड़ तब आया जब साल 2019 में उन्हें भोजपुरी के उभरते स्टार अरविंद अकेला कल्लू के साथ अपनी पहली फिल्म 'पत्थर के सनम' मिली.


इसके बाद उन्होंने  निरहुआ के साथ 'लल्लू की लैला' में भी काम किया. ये दोनों फिल्में हिट रहीं और यामिनी सिंह नए दौर की भोजपुरी एक्ट्रेस की ए लिस्ट में शुमार हो गईं. यामिनी और कल्लू की जोड़ी को दर्शक काफी पसंद करते हैं. दोनों की पर्सनल बॉंडिंग भी शानदार हैं. दोनों की दोस्ती और बिंदासपने को फैंस सोशल मीडिया पर काफी पसंद करते हैं. यामिनी सिंह भोजपुरी इंडस्ट्री में लंबे समय तक रहने के लिए आई हैं.