बॉलीवुड एक्ट्रेस रिमी सेन कमबैक करना चाहती हैं लेकिन वह काम करने को बेताब नहीं है. रिमी सेन 2000 दशक की शुरुआत में कई सुपरहिट फिल्म दी. लेकिन वह लंबे वक्त तक इंडस्ट्री में नहीं टक सकीं. अब उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि धूम, फिर हेरा फेरी, हंगामा और गोलमाल फन-अनलिमिटेड जैसी फिल्मों में उनका किरदार एक फर्नीचर की तरह ही था.
रिमी सेन ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में कहा,"अगर मैं आज कमबैक करती हूं, तो मैं बिना इंटरेस्ट के इसे करूंगी. मुझे लगता है कि मुझे जो मिला है, मैं उसकी हकदार नहीं हूं. मैंने बहुत सारे म्यूजिक वीडियो किए. मैंने आमिर खान के साथ विज्ञापन किए. इसके बाद मैंने 'हंगामा' साइन की. ये मेरे लिए खुशीनसीबी थी."
फर्नीचर की तरह का किरदार
रिमी सेन ने आगे कहा,"लेकिन मुझे बाद कॉमेडी फिल्म ही मिली. मैंने धूम, फिर हेरा फेरी, दीवाने हुए पागल, हंगामा, गोलमाल-फन अनलिमिटेड जैसी फिल्में की और इन सब में किसी फर्नीचर की तरह मेरे किरदार रहे. उस वक्त फिल्म इंडस्ट्री पर पुरुषों का प्रभुत्व था. आज कंटेंट ही हीरो. उस वक्त हीरो ही हीरो होता था! ओटीटी प्लेटफॉर्म ने आज पूरे सीन को बदल दिया है."
सभी दरवाजे हुए बंद
रिमी सेन ने आगे कहा,"जब मैं इंडस्ट्री को छोड़ा, श्रीराम राघवन, शूजित सरकार, नीरज पांडे, तिग्मांशु धुलिया और दिबाकर बनर्जी जैसे डायरेक्टर ने शुरुआत की थी. मैंने इनमें से किसी के साथ 'जॉनी गद्दार' और 'शागिर्द' जैसी फिल्में की. लेकिन इस तरह की फिल्में नहीं चली. इसके बाद मेरे लिए सभी दरवाजे बंद हो गए."
थोड़ा इंतजार करती तो सक्सेस होती
रिमी ने आगे कहा,"मुझे लगता है कि अगर में 3-4 साल और लड़ती तो शायद सक्सेस हो जाती है. मेरी गलती बस इतनी है कि मैं इंतजार करने में फेल हुई और संघर्ष करने के लिए सहमत नहीं हुई. अब मैं जब 10 साल बाद अपनी फिल्मों को देखती हूं, तो मुझे महसूस होता है कि मैंने क्या हासिल किया? कुछ नहीं."
ये भी पढ़ें-