अपने पति की मौत के कारण अकेली हो गईं थी Sadhana, कोर्ट के काटने पड़े थे चक्कर
साधना की ज़िंदगी की शुरुआत बहुत हसीन और खूबसूरत थी. लेकिन अंजाम जिंदगी का बहुत बुरा हुआ. साधना ने फिल्म 'लव इन शिमला' से बॉलीवुड डेब्यू किया था जो कि सुपरहिट साबित हुई थी.
बचपन से ही इन्हें एक्टिंग का शौक था. माथा ज़रा चोड़ा था तो ऐसा स्टाइल बनाया की आगे जाकर इनके नाम से ही वो स्टाइल मशहूर हो गया. एक सिंधी परिवार में जन्मीं साधना अपने मां बाप की एक इकलौती बेटी थी. साधना को बचपन से ही एक्टिंग करने का शौक था. तो उनके पिता ने फिल्म इंडस्ट्री में उनके लिए कोशिश की और वो 1955 की फिल्म श्री 420 के एक गाने नजर आई. गाने का नाम था...इचक दाना बिचक दाना.
साधना की ज़िंदगी काफी उतार-चढ़ाव भरी रही. साधना ने फिल्म 'लव इन शिमला' से 1960 में बॉलीवुड डेब्यू किया था जो कि सुपरहिट साबित हुई थी. डायरेक्टर आर के नय्यर के साथ साधना ने साल 1966 में शादी कर ली थी. दोनों का शादीशुदा जीवन हंसी-खुशी से चल रहा था. मीडिया रिपोर्ट की माने तो शादी के बाद दोनों की कोई संतान नहीं हुई. शादी के तीस साल बाद आर.के.नय्यर की मौत हो गई और साधना अकेली पड़ गईं.
लेकिन उनकी मुसीबत यही नहीं पड़ी. जिस घर में साधना रहती थीं उसपर मुकदमा चल रहा था. कुछ समय के बाद साधना की तबियत भी खराब होने लगी और बीमार होने के बावजूद उन्हें मकान के मुकदमे के चलते कोर्ट और पुलिस के चक्कर लगाने पड़ते थे. लेकिन 25 दिसंबर साल 2015 को साधना हमेशा-हमेशा के लिए शांत हो गई. कभी इंडस्ट्री पर राज करने वाली साधना के अंतिम संस्कार में बॉलीवुड के चंद लोग ही शामिल हुए और उन्हें अचानक भुला दिया गया था.